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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने मराठा आरक्षण के मुद्दे पर समुदाय को धोखा दिया : प्रियंका चतुर्वेदी - महाराष्ट्र के सीएम ने तोड़े वादे

मराठा आरक्षण के मुद्दे को लेकर शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पर मराठा समुदाय के साथ धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है. पढ़ें पूरी खबर... Shiv Sena UBT leader Priyanka Chaturvedi, Priyanka Chaturvedi, Shiv Sena UBT on Maratha Reservation

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शिवसेना (यूबीटी) नेता प्रियंका चतुर्वेदी. (तस्वीर: एएनआई)

By ANI

Published : Nov 1, 2023, 12:00 PM IST

मुंबई : शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने महाराष्ट्र सरकार और मुख्यमंत्री पर जनता को धोखा देने का आरोप लगाया. उन्होंने मराठा आरक्षण पर मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक के बाद मीडिया से बात की. शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने मराठा आरक्षण के लिए आंदोलन का समर्थन किया है. प्रियंका चतुवेर्दी ने कहा कि उद्धव ठाकरे ने मराठा आरक्षण को लेकर चल रहे आंदोलन का समर्थन किया है. वह यह मांग भी कर रहे हैं कि इस पर जल्द फैसला होना चाहिए लेकिन, आप गद्दारों से क्या उम्मीद कर सकते हैं?

उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र को एक प्रगतिशील और समावेशी राज्य माना जाता है. सीएम और डिप्टी सीएम ने मराठा लोगों से कई वादे किए थे. यह आंदोलन खड़ा की इसलिए हुआ कि उन्होंने वादाखिलाफी की है. प्रियंका चतुवेर्दी ने कहा कि यह बहुत दुखद और दर्दनाक है कि महाराष्ट्र सरकार ने झूठे वादे करके मराठों को आरक्षण की मांग से वंचित कर दिया है. उन्होंने कहा कि मनोज जरांगे पाटिल जी आमरण अनशन पर थे.

उन्होंने जल ग्रहण किया है क्योंकि सीएम एकनाथ शिंदे ने वादा किया था कि हम मांग पूरी करेंगे. उन्होंने कहा कि आज देवेन्द्र फड़नवीस जी छत्तीसगढ़ में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. देवेन्द्र फड़नवीस जी ही वो शख्स हैं, जिन्होंने विपक्ष में रहते हुए कहा था कि मैं दो दिन में आरक्षण लागू करा दूंगा.

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इस बीच, शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने मंगलवार को आरोप लगाया कि मराठा आरक्षण पर महाराष्ट्र सरकार की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में उनकी पार्टी के सांसदों और विधायकों को निमंत्रण नहीं भेजा गया. शिवसेना (यूबीटी) नेता ने कहा कि जहां शून्य विधायकों वाली पार्टी को बैठक में आमंत्रित किया गया. वहीं उनकी पार्टी जिसके 16 विधायक और 6 सांसद हैं, को आमंत्रित नहीं किया गया.

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