भीलवाड़ा :अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद उनके शिष्य आनंद गिरि को गिरफ्तार किया गया है. महंत नरेंद्र गिरि ने सुसाइड नोट में शिष्य आनंद गिरि का जिक्र किया है. आनंद गिरि का राजस्थान से नाता है. वह राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के ब्राह्मणों की सरेरी के निवासी हैं. बाल्यावस्था में ही वह प्रयागराज चले गए थे और महंत नरेंद्र गिरि के मुख्य शिष्य बन गए.
भीलवाड़ा जिले के ब्राह्मणों की सरेरी गांव के निवासियों के अनुसार, आनंद गिरी आसींद तहसील के ब्राह्मणों की सरेरी गांव के रामेश्वरलाल के सबसे छोटे बेटे हैं. आनंद गिरि के दो बड़े भाई भंवरलाल और कैलाश भी हैं, जबकि एक छोटी बहन है.
रामेश्वरलाल कृषि कार्य करते हैं और उनके मकान के पास ही चारभुजा का मंदिर भी है. आनंद गिरि ने इस मंदिर में काफी समय तक पूजा-अर्चना की है. आनंद गिरि बाल्यावस्था में ही प्रयागराज चले गए थे.
जब उनके परिवार वालों को आनंद गिरि के हरिद्वार के कुंभ में होने की जानकारी मिली तो उनके पिता वहां पहुंचे. लेकिन तब तक आनंद गिरि नरेंद्र गिरि के आश्रम में पहुंच चुके थे और उनके शिष्य बन गए थे. कुछ समय पहले आनंद गिरि लॉकडाउन के दौरान ब्राह्मणों की सरेरी गांव पहुंचे थे. उस समय उनकी माता का निधन हुआ था. जब आनंद गिरि महंत नरेंद्र गिरि के शिष्य बने थे, तब आनंद गिरि अपने गांव आए थे और माता-पिता से आशीर्वाद लिया था.