मुंबई :महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ उनके कथित बयान के सिलसिले में महाड मजिस्ट्रेट कोर्ट ने देर रात जमानत दे दी है. इससे बाद केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने ट्विटर पर लिखा 'सत्यमेव जयते'. राणे को कोर्ट ने कुछ शर्तों के साथ जमानत दी है.
वहीं, नासिक पुलिस ने नारायण राणे को उनके खिलाफ दर्ज हुई FIR के संबंध में नोटिस भेजकर दो सितंबर को थाने में पेश होने को कहा है.
नारायण राणे के वकील संग्राम देसाई ने कहा कि केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को जमानत देते समय अदालत ने कुछ शर्तें रखी हैं. वह 31 अगस्त और 13 सितंबर को पूछताछ के लिए थाने में मौजूद रहेंगे और भविष्य में इस तरह का अपराध नहीं करेंगे. वहीं भाजपा नेता प्रवीण दरेकर ने कहा कि महाड मजिस्ट्रेट कोर्ट ने केंद्रीय मंत्री नारायण राणे (महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ उनके कथित बयान के सिलसिले में) को जमानत दे दी है. हम परसों जन आशीर्वाद यात्रा शुरू करेंगे.
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री राणे की टिप्पणी को लेकर महाराष्ट्र में उनके खिलाफ चार प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. उन्हें रत्नागिरि पुलिस ने मंगलवार को दोपहर बाद गिरफ्तार किया था और फिर उन्हें महाड ले जाया गया. इससे पहले भाजपा नेता राणे के वकील अनिकेत निकम ने आरोप लगाया कि पुलिस राणे को गिरफ्तार करने से पहले कानून की उचित प्रक्रिया का पालन करने में विफल रही और वह उनकी गिरफ्तारी का विरोध करेंगे.
राणे को दोपहर बाद गिरफ्तार करने के बाद रात 9 बजकर 45 मिनट पर न्यायिक दंडाधिकारी शेखबाबासो एस पाटिल की अदालत के समक्ष पेश किया गया. सरकारी वकील भूषण साल्वी ने आगे की जांच के लिए भाजपा नेता राणे को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेजने का अनुरोध किया.
उन्होंने कहा कि अगर मुख्यमंत्री की प्रतिष्ठा धूमिल करने की साजिश रची गई है तो इस मामले की जांच महत्वपूर्ण है. इसका विरोध करते हुए राणे की ओर से पेश अधिवक्ता अनिकेत निकम और भाउ सालुंखे ने तर्क दिया कि उनकी सेहत गंभीर है, वह 69 वर्ष के हैं और मधुमेह और उच्च रक्तचाप से ग्रस्त हैं.