Shivaji Maharaj Tiger Claw : छत्रपति शिवाजी का बाघनख तीन साल के लिए आयेगा भारत, लंदन में हुआ समझौता - बाघनख को वापस लाने को यूके के साथ समझौता ज्ञापन
वन और सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार और मंत्री उदय सामंत ने छत्रपति शिवाजी महाराज बाघनख को कुछ समय के लिए भारत लेकर आ रहे हैं. लंदन के विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय ने भारत सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया है.
लंदन में समझौता पूरा होने के बाद वन और सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार और मंत्री उदय सामंत.
मुंबई: छत्रपति शिवाजी महाराज का बाघनख के लंदन के विक्टोरिया और अल्बर्ट संग्रहालय में है. महाराष्ट्र के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार और मंत्री उदय सामंत ने इन बाघनखों को कुछ समय (तीन साल) के लिए भारत लाने का एक समझौता किया. उन्होंने लंदन में इस आशय के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया. मंत्री सुधीर मुनगंटीवार जल्द ही इन बाघनखों को लेकर भारत लौटेंगे.
लंदन में समझौता पूरा होने के बाद वन और सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार और मंत्री उदय सामंत.
इतिहासकार ग्रांट डफ का दावा है कि भारत आने के बाद उन्हें सतारा के छत्रपति प्रताप सिंह महाराज ने उन्हें ये इनाम में दिया था. दावा किया जाता है कि इस बाघ का इस्तेमाल छत्रपति शिवाजी महाराज ने क्रूर अफजल खान को खत्म करने के लिए किया था.
इसे लेकर महाराष्ट्र बल्कि देश भर के लोगों में खास आकर्षण है. जिसे देखते हुए वन और सांस्कृतिक मामलों के मंत्री सुधीर मुनगंटीवार और मंत्री उदय सामंत इन्हें भारत लाने के लिए लंदन गए हैं. इन दोनों ने छत्रपति शिवाजी महाराज के बाघ शावक को भारत लाने के लिए लंदन सरकार के साथ एक समझौता हस्ताक्षर किया है. इन बाघनखों को तीन साल के लिए भारत लाया जाएगा. ताकि शिवाजी के चाहने वाले इन बाघों को करीब से देख सकें.
लंदन पहुंचकर मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने छत्रपति शिवाजी महाराज का बाघनख कुछ समय के लिए भारत लाने के समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं. इस मौके पर उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज के बाघों के बारे में विस्तार से जानकारी दी. इस अवसर पर सुधीर मुनगंटीवार ने यह भी कहा कि जब अन्याय बढ़ता है तो ईश्वर छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे युगपुरुष को क्रूर लोगों का विनाश करने के लिए भेजता है.