दिल्ली

delhi

ETV Bharat / bharat

आज ही खामोश हुई थी उस्ताद की शहनाई, जानें 21 अगस्त की महत्वपूर्ण घटनाएं - उस्ताद बिस्मिल्लाह खान

दुनिया में ऐसे बहुत से फनकार हुए हैं, जो किसी एक देश की सरहदों तक सीमित नहीं रहे. ऐसे भी लोग हुए जिन्होंने किसी एक साज के साथ खुद को ऐसा जोड़ लिया कि दोनो एक दूसरे का पर्याय बन गए. बांसुरी के साथ हरि प्रसाद चौरसिया, तबले के साथ उस्ताद अल्लाह रक्खा खां और उनके पुत्र उस्ताद जाकिर हुसैन, सितार के साथ पंडित रवि शंकर और शहनाई के साथ उस्ताद बिस्मिल्लाह खान का नाम बड़े अदब और इज्जत से लिया जाता है.

Maestro
Maestro

By

Published : Aug 21, 2021, 1:52 AM IST

नई दिल्ली : उस्ताद बिस्मिल्लाह खां की बात करें कि वह अपने फन के इस कदर माहिर थे कि उन्हें देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा गया. 21 अगस्त का दिन इतिहास में भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खां के निधन के दिन के तौर पर दर्ज है.

उस्ताद बिस्मिल्लाह खान भारतीय शास्त्रीय संगीत की वह हस्ती हैं, जो बनारस के लोक सुर को शास्त्रीय संगीत के साथ घोलकर अपनी शहनाई की स्वर लहरियों के साथ गंगा की सीढ़ियों, मंदिर के नौबतखानों से गुंजाते हुए न सिर्फ आजाद भारत के पहले राष्ट्रीय महोत्सव में राजधानी दिल्ली तक लेकर आए. उनकी शहनाई सरहदों को लांघकर दुनिया भर में अमर हो गई. इस तरह मंदिरों, विवाह समारोहों और जनाजों में बजने वाली शहनाई अंतरराष्ट्रीय कला मंचों पर गूंजने लगी.

यह भी पढ़ें-गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा के नाम पर होगा Army Sports Institute का नाम

देश दुनिया के इतिहास में 21 अगस्त की तारीख पर दर्ज अन्य महत्वपूर्ण घटनाओं का सिलसिलेवार ब्यौरा.

1790 : जनरल मीडोस की अगुआई में ब्रितानी सेना ने तमिलनाडु के डिंडिगुल पर कब्जा कर लिया.

1915 : पहले विश्व युद्ध के दौरान इटली ने तुर्की के खिलाफ युद्ध की घोषणा की.

1938: इटली के हाई स्कूलों में यहूदी शिक्षकों पर प्रतिबंध लगा.

1944 - अमरीका, ब्रिटेन, रूस और चीन के प्रतिनिधियों ने संयुक्त राष्ट्र के संगठन की योजनाओं को लेकर मुलाकात की.

1959 : हवाई अमेरिका का 50वां प्रांत बना.

1963 : बुद्ध मंदिर पैगोडा में छापे के विरोध में दक्षिण वियतनाम में मार्शल लॉ की घोषणा.

1968 : चेकोस्लोवाकिया के स्थानीय रेडियो द्वारा पराग्वे पर सोवियत संघ के नेतृत्व में हमले की घोषणा.

1997 : पूर्वी चीन में चक्रवाती तूफ़ान विन्नी से 140 लोगों की मौत और तीन हजार लोग घायल.

1986 : कैमरुन में ज्वालामुखी विस्फोट से निकली जहरीली गैस के कारण लगभग 2000 लोगों की मौत हो गई.

ABOUT THE AUTHOR

...view details