उत्तरकाशी (उत्तराखंड): बारिश की दुश्वारियों से जूझ रहे पहाड़ी प्रदेश उत्तराखंड से मंगलवार (11 जुलाई) सुबह एक दुखद खबर आई. सोमवार देत रात गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर गंगनानी पुल के पास तीन यात्री वाहन मलबे की चपेट में आ गए. हादसे में चार यात्रियों की जान चली गई, जबकि करीब 27 लोगों का रेस्क्यू किया गया है. इस हादसे में एक यात्री परिवार 'फरिश्ता' बनकर उभरा. हादसे के वक्त संतोष सोलंकी ने अपने परिवार के साथ कई जिंदगियां बचाई. संतोष उस टेंपो ट्रैवलर में यात्री थे जो हादसे का शिकार हुआ. देर रात सड़क पर भारी मात्रा में मलबा आने के कारण दोनों ओर से हाईवे बंद था और इस कारण देर रात तक घटनास्थल पर कोई बचाव दल नहीं पहुंच पाया था, ऐसे में संतोष ने हिम्मत दिखाते हुए कई लोगों की जान बचाई.
दरअसल, मध्य प्रदेश के इंदौर निवासी 37 वर्षीय संतोष सोलंकी अपने पत्नी कीर्ति (28 वर्ष) और दो बच्चों के साथ उस वाहन में सवार थे, जो गंगनानी में मलबे और बोल्डर की चपेट में आया. संतोष बताते हैं कि परिवार सहित 21 यात्रियों के साथ वो एक टेंपो ट्रैवलर वाहन में सवार थे. सोमवार शाम को वो गंगोत्री धाम के दर्शन कर उत्तरकाशी के लिए रवाना हुए. जब वो गंगोत्री से दर्शन करके आ रहे थे तो गंगनानी पुल से पहले एक झरने में पानी का बहाव तेज था.
संतोष ने वाहन के कांच तोड़कर यात्रियों को बाहर निकालाःइस बीच कुछ बाइक सवार कांवड़िए उनके वाहन के आगे आ गए. चालक ने बहाव ज्यादा होने पर कांवड़ियों को सुरक्षित पहले जाने देने के लिए वाहन रोका. इसी बीच उनकी गाड़ी पर कुछ पत्थर गिरे. यह देखने के लिए संतोष तीन अन्य यात्रियों के साथ नीचे उतरे. जैसे ही वो गाड़ी से उतरे, तभी झरने से भारी मात्रा में पानी, मलबा और बोल्डरों की बरसात हो गई. उस वक्त संतोष ने हिम्मत दिखाते हुए वाहन के कांच तोड़कर खिड़की से अपने परिवार के साथ एक-एक कर कई यात्रियों को बाहर निकाला, जिसमें वो चोटिल भी हो गए.