भोपाल : पिछले दिनों दिल्ली में लंबे समय से रह रहे पाकिस्तानी आतंकी के पकड़े जाने के बाद मध्य प्रदेश पुलिस भी सतर्क हो गई है. प्रदेश की पुलिस सालों से गायब करीब सवा दो सौ पाकिस्तानी नागरिकों की नए सिरे से तलाश करने में जुट गई है. इन पाकिस्तानी नागरिकों की करीबन 9 सालों से तलाश है. इसको लेकर 4 साल पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय राज्य सरकारों को वीजा खत्म होने के बाद से रह रहे नागरिकों को चिह्नित करने के निर्देश भी दे चुका है, लेकिन उसके बावजूद इन नागरिकों की तलाश अब तक पूरी नहीं हो पाई है.
2006 से 2016 के बीच एमपी आए थे 1779 नागरिक
गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक, 2006 से 2016 के बीच आए वीजा लेकर आने वाले पाकिस्तानी नागरिकों में से 1779 लोग मध्य प्रदेश आए थे. इसमें से करीब साढ़े 15 सौ पाकिस्तानी नागरिकों में से या तो अपना वीजा रिन्यू करवाते रहे या फिर वापस अपने देश लौट गए, लेकिन इसमें से करीब सवा दो सौ पाकिस्तानी नागरिक नहीं लंबी तलाश के बाद भी नहीं मिल सके. पिछले दिनों दिल्ली में पकड़े गए पाकिस्तानी आतंकी का मामला सामने आने के बाद मध्य प्रदेश पुलिस एक बार फिर अवैध रूप से रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की तलाश में जुट गई है.
ट्रांजिट वीजा पर आए और यहीं बस गए
मध्य प्रदेश में ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं, जिसमें पाकिस्तान से ट्रांजिट वीजा पर आने वाले पाक नागरिक वीजा अवधि खत्म होने के बाद भी अपने वतन नहीं लौटे. साल 2017 में भी भोपाल में पुलिस ने दो युवकों दयानंद सिंगरानी और अशोक को हवाला के एक मामले में पकड़ा था, जिनकी जांच में सामने आया कि दोनों युवत कई काल पहले ट्रांजिट वीजा पर पाकिस्तान से भारत आए थे, लेकिन बाद में वापस पाकिस्तान नहीं लौटे. वे अपनी वीजा अवधि को कई बार बढ़वा चुके हैं. उधर एडीजी इंटेलीजेंस योगेश चौधरी के मुताबिक लंबे समय से मध्य प्रदेश में रह रहे पाक नागरिकों को वीजा दिए जाने की प्रकिया है, इसके तहत इन्हें वीजा दिए जाने की कार्रवाई की जाती है.