भोपाल : देश में कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को चुनावों से जोड़े जाने को अनुचित करार देते हुए मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने दावा किया कि महामारी की नई लहर ने चुनावी राज्यों में सबसे बाद में दस्तक दी है.
गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान और दिल्ली में फिलहाल कोई भी चुनाव नहीं है, लेकिन वहां कोरोना वायरस का इतना प्रकोप क्यों है? देखिए, यह एक महामारी है और किसी भी व्यक्ति को इसका दोष दूसरे शख्स पर नहीं डालना चाहिए. उन्होंने दावा किया जहां इन दिनों चुनाव नहीं हैं, वहां कोरोना वायरस का प्रकोप सबसे पहले सामने आया है. जहां चुनाव हैं, वहां इसका प्रकोप सबसे बाद में सामने आया है.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने कोविड-19 संकट का हवाला देकर 18 अप्रैल को घोषणा की थी कि उन्होंने पश्चिम बंगाल में अपनी आगामी चुनावी रैलियां रद्द कर दी हैं. इस घोषणा को लेकर गांधी पर निशाना साधते हुए नरोत्तम मिश्रा ने पूछा कि केरल, तमिलनाडु और असम में जब विधानसभा चुनाव हो रहे थे, तब वहां महामारी गायब हो गई थी? पश्चिम बंगाल चुनावों में भाजपा की ओर से संगठन का जिम्मा संभालने वाले 61 वर्षीय नेता ने आरोप लगाया, राहुल गांधी की सभाएं पश्चिम बंगाल में जैसे ही फ्लॉप हुईं, कोरोना वायरस वहां के विधानसभा चुनावों में घुस गया.
उन्होंने यह भी कहा,मतों की दो मई को होने वाली गिनती में कांग्रेस पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव हारेगी, तब यही कहेगी कि इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में गड़बड़ी है. कांग्रेस का यह बहाना पहले से तय है. नरोत्तम मिश्रा ने कोविड-19 टीकाकरण को लेकर कांग्रेस पर कथित रूप से उथली राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और दिग्विजय सिंह ने अपने कोविड-19 टीकाकरण की अब तक एक भी फोटो सार्वजनिक नहीं की है. वे इस मौके की एक फोटो ही जारी कर दें ताकि बाकी लोग टीका लगवाने के लिए प्रेरित हो सकें.
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गृह मंत्री ने सूबे में कोविड-19 से सबसे ज्यादा प्रभावित इंदौर जिले में महामारी के हालात को लेकर स्थानीय जन प्रतिनिधियों और अफसरों के साथ समीक्षा की. इसके साथ ही, शहर की डीआरपी लाइन में पुलिस कर्मियों के लिए 50 बिस्तरों वाले कोविड देखभाल केंद्र का उद्घाटन किया.