नई दिल्ली/ भोपाल :मध्य प्रदेश के अलीराजपुर की रहने वाली राधिका गुप्ता ने यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम 2020 में 18वीं रैंक हासिल की है. 24 साल की राधिका ने कहा कि बीते 2 साल में की गई मैराथन मेहनत और 360 डिग्री पढ़ाई के लिए किए गए समर्पण ने मेरी जिंदगी बदल दी.
राधिका ने बताया कि उन्होंने 2018 से यूपीएससी एग्जाम की तैयारी शुरू की थी. दूसरे प्रयास में ही सफलता मिली. सफलता हासिल करने के लिए लंबे समय तक कई चीजों का त्याग करना पड़ा. यूपीएससी की तैयारी मुश्किल भरी थी, लेकिन मैं जानती थी कि इससे मेरी जिंदगी बदल जाएगी, और आज मुझे इस बात का एहसास हो रहा है यह तैयारी और उपल्ब्धि मेरे लिए क्या मायने रखती है.
इंजीनियरिंग से स्नातक करने वाली राधिका बताती हैं कि वह ऐसे जिले से आती हैं जहां की साक्षरता दर तकरीबन 36.10 फीसदी है. उनका कहना है कि यही मेरे लिए सबसे बड़ा प्रेरणा स्रोत भी है. यहां रहने के बाद ही मुझे समझ आया कि शिक्षा किसी के भी जीवन में कितनी बड़ी भूमिका निभाती है इसलिए मैंने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी की.
उन्होंने बताया कि पहली बार में रैंक कम होने की वजह से मुझे रेलवे में जगह मिली, लेकिन मुझे समाज के लिए कुछ बेहतर करना था, इसलिए मैंने हिम्मत नहीं हारी और दोबारा कोशिश की और दूसरे प्रयास में एग्जाम क्रैक किया.
ऑप्शनल सब्जेक्ट एंथ्रोपोलॉजी चुना था
राधिका ने एंथ्रोपोलॉजी को ऑप्शनल सब्जेक्ट के चुना था और इस विषय का काफी गहराई से अधय्यन भी किया. इंटरव्यू की तैयारी के लिए उन्होंने दिल्ली में जामिया मिल्लिया इस्लामिया की अकादमी में कोचिंग हासिल की. राधिका बताती हैं कि उन्हें वहां पर्सनल और इमोशनल दोनों सपोर्ट मिला. अकादमी में मिली कोचिंग की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि जो छात्र ज्यादा पैसा खर्च नहीं कर सकते उनके लिए यह कादमी बेस्ट संस्थान है.