Nirmala Buch Passed Away: मध्यप्रदेश की पहली महिला मुख्य सचिव निर्मला बुच का निधन, 97 साल की उम्र में ली आखिरी सांस - निर्मला बुच का 97 की उम्र में निधन
Nirmala Buch Death: मध्यप्रदेश की पहली महिला मुख्य सचिव निर्मला बुच का निधन हो गया, उन्होंने 97 साल में उम्र में आखिरी सांस ली.
मध्य प्रदेश की पहली महिला मुख्य सचिव निर्मला बुच का निधन
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Published : Jul 9, 2023, 12:57 PM IST
भोपाल। मध्य प्रदेश की पहली महिला मुख्य सचिव निर्मला बुच का आज सुबह निधन हो गया, वे लंबे समय से बीमार चल रही थी. वे 97 साल की थी. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्मला बुच के निधन पर शोक व्यक्त किया है. मुख्यमंत्री ने कहा कि "श्रीमती बुच ने कर्तव्यनष्ठा प्रशासनिक क्षमता से कार्य करते हुए पहचान बनाई, सामाजिक क्षेत्र में भी उन्होंने महत्वपूर्ण कार्य किया." उधर पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने भी निर्मला बुच के निधन पर शोक व्यक्त किया है. सख्त प्रशासक की छवि वाली निर्मला बुच बीजेपी के मुख्यमंत्री सुंदरलाल पटवा के शासनकाल में 22 सितंबर 1991 से 1 जनवरी 1993 तक मध्य प्रदेश की मुख्य सचिव रही है.
उमा भारती ने बनाया था अपना सलाहकार:निर्मला बुच का मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती से गहरा लगाव रहा है, साल 2003 में जब उमा भारती प्रदेश की मुख्यमंत्री बने तो उन्होंने निर्मला बुच को अपना सलाहकार नियुक्त किया था. 1960 बैच की आईएएस अधिकारी निर्मला बुच ने प्रदेश की महिला नीति बनाने और उसे लागू कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी, निर्मला बुच 1961 से 1993 तक मध्य प्रदेश के अलावा भारत सरकार में भी कई पदों पर रही हैं.
पति बुच का कुछ साल पहले हो गया था निधन:निर्मला बुच प्रदेश के जाने-माने नौकरशाह एनएम बुच की पत्नी थी, उनका पिछले कुछ साल पहले निधन हो गया था. उनका बेटा यूएस में रहता है, निर्मला बुच अरेरा कॉलोनी में अपने मकान में अकेली रहती थी. निर्मला बुच कई सामाजिक क्षेत्रों में भी लगातार सक्रिय बनी रहीं हैं, उन्होंने महिला चेतना मंच की स्थापना की और वर्किंग विमेन हॉस्टल करवाएं उन्होंने चाइल्ड राइट्स ऑब्जर्वेटरी भी खुलवाया था.
जबलपुर में हुई थी पहली पोस्टिंग:मूलता उत्तर प्रदेश की निर्मला बुच ने बीएचयू से अंग्रेजी साहित्य दर्शन शास्त्र मनोविज्ञान में बीए किया था, इसके बाद वे इसी विश्वविद्यालय से अंग्रेजी साहित्य में पीजी किया. 1960 में मसूरी से प्रशिक्षण लेकर उन्होंने भारतीय प्रशासनिक सेवा के करियर की शुरुआत की, उनकी पहली पोस्टिंग 1961 में जबलपुर में हुई थी. निर्मला बुच 1978 से 1981 तक महिलाओं के लिए बनी राष्ट्रीय महिला समिति की प्रमुख के पद पर भी रहीं, भारत सरकार की योजना आयोग में 1988 से लेकर 1989 में सलाहकार रहीं. 1996 में गुजरात सरकार ने उन्हें अपना सलाहकार नियुक्त किया था, 1997 से लेकर 2000 तक भारत सरकार के राष्ट्रीय पर्यावरण अपीली प्राधिकरण की वे उपाध्यक्ष भी रहीं.