चेन्नई: आईपीएल जुआ मामले की जांच कर रहे आईपीएस अधिकारी संपत कुमार ने एक बयान जारी कर कहा, भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान धोनी भी इस जुए में शामिल थे.
बता दें, 100 करोड़ रुपए की मांग करते हुए एमएस धोनी ने एक निजी टेलीविजन चैनल के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर किया था. मामले को लेकर मद्रास उच्च न्यायालय में इस मुद्दे पर बहस हुई और आईपीएस अधिकारी संपत कुमार ने निजी टीवी चैनल को इसमें प्रतिवादी के रूप में शामिल किया था.
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मामले में निजी टेलीविजन ने जवाब दिया, चेन्नई सुपर किंग्स टीम और राजस्थान रॉयल्स टीम के साथ मैच फिक्सिंग में शामिल थी. मध्यस्थ किट्टी ने गवाही दी कि धोनी जुए में शामिल थे.
इसके अलावा यह आरोप लगाया गया है, सीबीसीआईडी धोनी को बचाने के लिए किट्टी के कबूलनामे को छुपाकर मामले को आगे बढ़ा रही है. धोनी क्रिकेट से बेहतर नहीं हैं और एससी ने भी हाल ही में टिप्पणी की है कि क्रिकेट जुए का मूल बन रहा है.
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निजी टेलीविजन ने यह भी कहा, उनका धोनी के खिलाफ कोई व्यक्तिगत द्वेष नहीं था और क्रिकेट में हो रहे जुए को उजागर करने के लिए बहस आयोजित की गई थी. ताकि अगर धोनी मीडिया का गला घोंटते रहे तो उनके मामले को जुर्माना के साथ खारिज कर दिया जाए.
मामले की सुनवाई करने वाले न्यायाधीश एन. शेषाई ने कहा, व्यक्तिगत अधिकारों से समझौता किए बिना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता होनी चाहिए. इसके बाद उन्होंने आरोपों को परिभाषित करने के लिए मामले को दो सप्ताह के लिए स्थगित कर दिया.