पटनाः बिहार के पटना से अयोध्या राम मंदिर के लिए लव कुश यात्रा निकाली गई है. भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने झंडा दिखाकर रथ को रवाना किया है, जो बिहार के विभिन्न जिलों का दौरा करते हुए 22 जनवरी को अयोध्या पहुंचेगी. दरअसल, 22 जनवरी को ही अयोध्या में राम मंदिर का उद्घाटन होने वाला है. बिहार भाजपा आस्था के साथ-साथ राजनीतिक लाभ भी लेना चाहती है.
पटना में लव कुश यात्रा:दरअसल, यह लव कुश यात्रा बिहार के लिए आम नहीं है, क्योंकि बिहार में चुनाव की नजर से यह खास मायने रखता है. मंगलवार को पटना में धूमधाम से यात्रा निकाली गई. माना जाता है कि मांगलिक कार्य शुरू होने से पहले किन्नर समाज के लोग नाच-गाना करते हैं तो लक्ष्य पूरा होता है, इसलिए पूरी धूमधाम से यह यात्रा निकाली गई. बड़ी संख्या में किन्नर समाज को आमंत्रित किया गया था.
नीतीश कुमार के वोट बैंक पर नजरः लंबे समय से नीतीश कुमार कुशवाहा वोट के सहारे राजनीति करते आए हैं, इसलिए इस बार भाजपा की नजर कुशवाहा वोट बैंक पर टिकी है. कुर्मी और कुशवाहा वोट बैंक समीकरण को लव कुश कहा जाता रहा है. इसलिए राम मंदिर उद्घाटन के बहाने बिहार भाजपा ने लव कुश यात्रा निकाली है.
वोट बैंक में इस जिले की भागीदारी अहमः बिहार में जातिगत सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में 10 से 11 प्रतिशत कुशवाहा और कुर्मी वोटर हैं. इसमें वैशाली, सीतामढ़ी, पूर्णिया, वाल्मिकी नगर, किशनगंज, कटिहार, नवादा, नालंदा और बक्सर प्रमुख है, जहां कुशवाहा और कुर्मियों का दबदबा है. नीतीश कुमार के लिए यह जिला अहम है. इसलिए भाजपा इस जिले से लव कुश यात्रा को अयोध्या तक ले जाएगी.
लव कुश समाज जागरूक करने का लक्ष्यः रथ यात्रा में शामिल भाजपा नेता संजय कुशवाहा ने कहा कि रथ यात्रा पूरे बिहार का दौरा करेगी. उन्होंने कहा कि लव कुश वोटरों के बीच जहां रथ के जरिए हमारे नेता पहुंचेंगे. लोगों को अयोध्या आने के लिए निमंत्रण भी दिया जाएगा. बड़ी संख्या में लोग अयोध्या दर्शन के लिए कूच करेंगे. इस दौरान लव कुश समाज को जागरूक भी किया जाएगा.
"यह रथ यात्रा लव कुश समाज के अंतिम व्यक्ति तक प्रभु श्रीराम के आदर्श को पहुंचाने का काम करेगा. हमारे प्रदेश अध्यक्ष और लव कुश समाज के नेता शामिल होंगे. बिहार के कोने-कोने तक रथ को भ्रमण कराया जाएगा."-संजय कुशवाहा, भाजपा नेता
'लंबे संघर्ष के बाद मंदिर का उद्घाटन': कार्यक्रम का उद्घाटन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने किया. उन्होंने कहा कि लंबे इंतजार के बाद अयोध्या में रामलला स्थापित हो रहे हैं. भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लोगों ने लंबा संघर्ष किया. इस दौरान उन्होंने विरोधी पार्टी पर निशाना साधा. कहा कि दूसरे दल के लोग लगातार इसका विरोध कर रहे थे, इसके बाद भी हमने सभी दलों के नेताओं को आमंत्रित किया है.
"1989 से राम मंदिर मुद्दा लटका हुआ था. लोअर कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक लोगों ने विरोध किया. अंतः तक कोर्ट का निर्णय पक्ष में आया. लंबे संघर्ष के बाद आज अयोध्या में रामलला स्थापित हो रहे हैं."-सम्राट चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष, भाजपा