जम्मू:महाराजा हरी सिंह के जन्मदिन 23 सितंबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित किए जाने के बाद जम्मू में उत्सव का माहौल है और जगह-जगह लोग ढोल-नगाड़े बजाकर जश्न मना रहे हैं. जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि लोगों की भावनाओं और आकांक्षाओं तथा महाराजा हरी सिंह के योगदान को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है.
जम्मू में अलग-अलग जगहों पर लोग जमा हुए, खास तौर से तवी पुल पर जमा होकर लोगों ने ढोल-नगाड़े बजाए और मिठाइयां बांटकर सरकार के इस 'ऐतिहासिक' फैसले का स्वागत किया. इसके अलावा करणी सेना, टीम जम्मू और विभिन्न राजपूत संगठनों ने भी पूरे उत्साह के साथ इस फैसले का स्वागत किया. उपराज्यपाल ने कहा कि महाराजा हरी सिंह महान शिक्षाविद, प्रगतिशील विचारक, समाज सुधारक और उच्च नैतिकता वाले व्यक्ति थे. उन्होंने कहा, 'सार्वजनिक अवकाश महाराजा हरी सिंह जी की महान विरासत को सम्मानित करने का उचित उपाय है.'
जम्मू कश्मीर में महाराजा हरि सिंह की जयंती पर सार्वजनिक अवकाश घोषित होने पर लोगों में हर्ष. इससे पहले, भाजपा की जम्मू कश्मीर इकाई ने कहा था कि उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने 23 सितंबर को महाराजा हरि सिंह की जयंती पर केंद्र शासित प्रदेश में सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की पार्टी की मांग को मान लिया है. भाजपा के वरिष्ठ नेता देवेंद्र सिंह राणा ने यहां राजभवन के बाहर संवाददाताओं से कहा कि उपराज्यपाल ने महाराजा हरि सिंह की जयंती पर अवकाश घोषित किया है.
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राणा ने कहा कि जम्मू कश्मीर के अंतिम डोगरा शासक महाराजा हरि सिंह की जयंती पर अवकाश घोषित करने की लंबे समय से चली आ रही लोगों की मांग को लेकर एक संयुक्त शिष्टमंडल ने सिन्हा से मुलाकात की. राणा ने कहा कि मैं जम्मू कश्मीर के लोगों को बधाई देता हूं कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उपराज्यपाल मनोज सिंह ने उनकी भावनाओं का मान रखा. उन्होंने उनकी मांग को मान लिया है. राणा ने कहा कि इस संबंध में 23 सितंबर से पहले एक अधिसूचना जारी की जाएगी.