भोपाल: पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने कहा कि लाउडस्पीकर एक निजी मामला है इसको मुद्दा बनाना ठीक नहीं है. लाउडस्पीकर से लोगों की भावनाएं जुड़ी हैं. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि लाउडस्पीकर पर कोई भड़काने वाली सामाग्री का प्रसारण किया जा रहा है तो हो तो उस पर कार्रवाई जरूर होना चाहिए. कमलनाथ ने कहा कि लाउडस्पीकर का हर जगह उपयोग होता है. ऐसा नहीं किसी विशेष जगह ही इसका इस्तेमाल किया जाता हो, लेकिन इसका दुरुपयोग ना हो इससे मैं सहमत हूं. कमलनाथ ने यह बयान रवींद्र भवन में आयोजित दलित पिछड़ा वर्ग संगठन के एक कार्यक्रम में दिया है.
देश में उठी लाउड स्पीकर पर प्रतिबंध की मांग:महाराष्ट्र में राज ठाकरे ने मस्जिद पर लाउड स्पीकर से अजान बंद किए जाने जो मुद्दा शुरू किया था उसे देश भऱ में समर्थन मिला. जिसके बाद दूसरे राज्यों में इसी तरह की मांग उठी है. मस्जिदों में लाउड स्पीकर का उपयोग बंद नहीं होने पर हिंदू संगठनों ने हनुमान चालीसा पाठ का ऐलान किया था. इसके बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने इसके उपयोग को लेकर कानून बना दिया था. मध्य प्रदेश में इसी तरह की कार्रवाई की सुगबुगाहट है. गृहमंत्रालय मध्य प्रदेश कोलाहल अधिनियम 1985 में संशोधन किए जाने पर विचार कर रहा है, गृहसचिव को इस बारे में निर्देश भी जारी किए गए हैं. माना जा रहा है कि लाउड स्पीकर की ध्वनि नियंत्रित करने के अलावा दुरुपयोग होने पर लाउड स्पीकर हटाए जाने का कानून बनाने को लेकर अधिनियम में संशोधन किया जा सकता है. कमलनाथ का बयान इसी सवाल के जबाव में था.