श्रीनगर (उत्तराखंड): पूरा देश इस समय भगवान राम की भक्ति में डूबा हुआ है. 22 जनवरी को अयोध्या के राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को देशभर में उत्सव की तरह मनाया जा रहा है. वहीं देश भर के मंदिरों में इस मौके पर कई तरह के धार्मिक अनुष्ठान और आयोजन कराए जा रहे हैं. उत्तराखंडवासी भी अयोध्या राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा उत्सव को लेकर बेहद उत्साहित हैं. इस मौके पर ईटीवी भारत आपको उत्तराखंड एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहा है, जिसका संबंध भगवान श्री राम से है.
जिस मंदिर की हम बात कर रहे हैं, वो मंदिर उत्तराखंड के पौड़ी जिले के श्रीनगर गढ़वाल में स्थित है. इस मंदिर का नाम है कमलेश्वर महादेव. इस मंदिर को लेकर मान्यता है कि यहीं पर प्रभु श्री राम ने भगवान शिव की आराधना की थी और ब्रह्म हत्या के पाप से मुक्ति पाई थी. आज भी बड़ी संख्या में यहां भक्त पूजा-पाठ करने आते हैं.
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भगवान राम ने यहां पाई थी ब्रह्म हत्या के दोष से मुक्ति: कमलेश्वर मंदिर के महंत आशुतोष पुरी बताते हैं कि त्रेतायुग में लंकापति रावण के वध के बाद भगवान श्री राम पर ब्रह्म हत्या का दोष लगा गया था क्योंकि रावण ब्राह्मण और प्रकांड पंडित था. मान्यता के अनुसार इस दोष से मुक्ति पाने के लिए भगवान राम अपने गुरू विश्वमित्र की शरण में गए. विश्वमित्र ने भगवान राम को इस मंदिर के साथ चारधाम यात्रा करने का परामर्श दिया था, जिसके बाद भगवान राम देवभूमि उत्तराखंड आए थे.