भोपाल। मध्यप्रदेश के विजयराघवगढ़ (कटनी) में सिंहस्थ कुंभ के पहले एक और कुंभ लगने जा रहा है. 12 जून को यहां श्री हरिहर तीर्थ स्थल में भगवान परशुराम की 108 फीट ऊंची विशालकाय मूर्ति स्थापना की आधारशिला रखी जाएगी. इस मौके पर होने वाले भूमिपूजन कार्यक्रम में देश भर के संतों का जमावड़ा लगेगा. विधायक पंडित संजय सत्येन्द्र पाठक ने बताया कि अष्टधातु से निर्मित यह विश्व की सबसे ऊंची मूर्ति होगी. प्रतिमा के निर्माण में करीब डेढ़ साल का समय लगेगा.
देशवासियों के लिए आकर्षण का केंद्र होगी परशुराम मूर्ति: विधायक पंडित संजय सत्येन्द्र पाठक ने कहा कि यह हमारे लिए गौरवशाली पल होगा. भगवान परशुराम की मूर्ति पूरे देशवासियों के लिए आकर्षण का केन्द्र होगी. हरिहर तीर्थ क्षेत्र में अयोध्या में बन रहे राम मंदिर का छोटा स्वरूप, नवदुर्गा, बारह ज्योतिर्लिंग, भारत माता का मंदिर, शबरी माता, निषादराज, हनुमान की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी. साथ ही भगवान श्री कृष्ण जी का विराट स्वरूप भी होगा. भूमिपूजन कार्यक्रम में सीएम शिवराज सिंह चौहान, श्री रामभद्राचार्य, स्वामी अवधेशानंद, आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक रविशंकर, साध्वी ऋतंभरा, स्वामी कैलाशानंद, सतुआ बाबा सहित अखाड़ा परिषद के सदस्य महामंडलेश्वर प्रमुख तौर पर शामिल होंगे. भूमिपूजन के बाद साधु-संतों की धर्म सभा भी होगी. साथ ही रामभद्राचार्य रामकथा करेंगे.
13 जून को संतों के मध्य विमर्श शास्त्रार्थ: संजय पाठक के साथ उनके गुरु भाई फिल्म अभिनेता आशुतोष राणा भी मौजूद थे. आशुतोष ने धर्म से जुड़े कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि जो मार्ग तीर्थ स्थल के लिए बन रहा है, वह बहुत जल्द ही निर्मित हो जाएगा. आसपास के क्षेत्र में भी काम चल रहा है, लेकिन भगवान के तीर्थ स्थल पर दुर्गम रास्ते से ही होकर सुगम स्थान तक पहुंचा जाता है. सत्य सनातन सांस्कृतिक धर्मसभा के रूप में 13 जून को संतों के मध्य विमर्श शास्त्रार्थ भी होगा. पांच दिवसीय कार्यक्रम में प्रतिदिन विभिन्न अखाड़ों के संतों द्वारा उद्बोधन होगा. इसके लिए अखाड़ों के महामंडलेश्वर सहित अन्य संत शिरकत करेंगे. कार्यक्रम में जिले के लाखों लोगों के पहुंचने की संभावना है.