नेपाल पहुंचते ही विदेश मंत्री एस जयशंकर बोले, 'नमस्ते काठमांडू, यहां आकर मैं खुश हूं'
Jaishankar Arrives In Nepal : विदेश मंत्री एस. जयशंकर दो दिवसीय नेपाल यात्रा पर हैं. साल 2024 में यह उनकी पहली विदेश यात्रा है. वह नेपाल में तीन क्रॉस-बॉर्डर ट्रांसमिशन लाइनों का उद्घाटन करेंगे.
नेपाल पहुंचे जयशंकर. (तस्वीर : एक्स/ @DrSJaishankar)
भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर नेपाल पहुंचे, नेपाल के विदेश मंत्री ने किया स्वागत
काठमांडू : विदेश मंत्री एस जयशंकर गुरुवार को 2024 की अपनी पहली विदेश यात्रा पर नेपाल पहुंचे. उन्होंने कहा कि वह अगले दो दिनों में होने वाले कार्यक्रमों के लिए उत्सुक हैं. नेपाल के विदेश मंत्री एनपी सऊद ने एयरपोर्ट पर उनका स्वागत किया. एयरपोर्ट पर दोनों नेताओं के बीच अच्छी बांडिंग देखी गई.
सोशल मीडिया एक्स पर साझा की गई एक पोस्ट में, विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा, 'नमस्ते काठमांडू, 2024 की अपनी पहली यात्रा के लिए नेपाल आकर खुश हूं. अगले दो दिनों में होने वाले कार्यक्रमों का इंतजार कर रहा हूं.' जयशंकर आज और कल नेपाल में रहेंगे.
यात्रा के दौरान वह अपने समकक्ष एनपी सउद के साथ भारत-नेपाल संयुक्त आयोग की 7वीं बैठक की सह-अध्यक्षता करेंगे. नेपाल के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, संयुक्त आयोग की बैठक में द्विपक्षीय संबंधों की समग्र स्थिति और मुतुआ सहयोग के विभिन्न क्षेत्रों की समीक्षा की जाएगी.
1987 में स्थापित, भारत-नेपाल संयुक्त आयोग दोनों मंत्रियों को द्विपक्षीय साझेदारी के सभी पहलुओं की समीक्षा करने के लिए एक मंच प्रदान करता है. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि जयशंकर नेपाल के शीर्ष नेतृत्व और प्रमुख राजनीतिक हस्तियों से भी मुलाकात करेंगे.
अपनी यात्रा के दौरान जयशंकर नेपाल के राष्ट्रपति रामचन्द्र पौडेल और नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' से मुलाकात करेंगे. इस बारे में नेपाल के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी किया है. जिसमें कहा गया है कि नेपाल के विदेश मंत्री एनपी सऊद जयशंकर और उनके साथ आये प्रतिनिधिमंडल के लिए रात्रिभोज की मेजबानी करेंगे. काठमांडू पोस्ट से बात करते हुए एनपी सऊद ने कहा कि हम दो समझौतों पर हस्ताक्षर करने की योजना बना रहे हैं.
इसके साथ ही जयशंकर तीन क्रॉस-बॉर्डर ट्रांसमिशन लाइनों का उद्घाटन करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि इनके अलावा, हमारे पास बैठकों में बातचीत करने के लिए एजेंडे के तौर पर तीन दर्जन से अधिक मुद्दे हैं.
द काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, बैठक के दौरान दोनों पक्ष अन्य बातों के अलावा कनेक्टिविटी और आर्थिक साझेदारी, व्यापार और पारगमन, बिजली और जल संसाधन, संस्कृति और शिक्षा पर चर्चा करेंगे. दोनों नेता 2022 में पुष्प कमल दहल की आधिकारिक दिल्ली यात्रा के दौरान चर्चा और सहमति वाले मुद्दों को भी उठाएंगे.
काठमांडू पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, संयुक्त आयोग की बैठक के बाद, भारत और नेपाल दीर्घकालिक ऊर्जा सहयोग और उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजनाओं (एचआईसीडीपी) के तहत छोटी विकास परियोजनाओं के लिए धन बढ़ाने के भारत के प्रस्ताव से संबंधित कुछ समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे. विदेश मंत्रालय के अनुसार, नेपाल अपनी 'नेबरहुड फर्स्ट' नीति के तहत भारत का प्राथमिकता वाला भागीदार है. विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि यह यात्रा दो करीबी और मैत्रीपूर्ण पड़ोसियों के बीच उच्च स्तरीय आदान-प्रदान की परंपरा को रेखांकित करने की ओर उठाया गया कदम है.