नई दिल्ली : दीर्घकालिक-कोविड को निष्पक्ष रूप से परिभाषित करने के मानदंड अभी तय नहीं हुए हैं, लेकिन डब्ल्यूएचओ ने हाल ही में बताया था कि इससे उबरने के बाद कम से कम दो महीने तक इसके लक्षण दिखाई दे सकते हैं.
जीटीबी अस्पताल के चिकित्सक डॉक्टर खान अमीर मरूफ ने कहा कि कुछ मरीज ठीक होने के बाद भी फिर से भर्ती हो रहे हैं या कोविड से संबंधित समस्याओं के लिए ओपीडी में परामर्श मांग रहे हैं.
डॉक्टर मारूफ ने बताया कि हम जानते हैं कि यह (दीर्घकालिक-कोविड) एक ऐसा विषय है, जिसका हमें लंबे समय तक अपने शोध और क्लीनिकल प्रैक्टिस में ध्यान रखना होगा. जीवन की गुणवत्ता और एक परिवार तथा समुदाय की आर्थिक स्थिति पर इसके प्रभाव को भी बेहतर ढंग से समझा जाना चाहिए.
दीर्घकालिक कोविड के प्रभावों के बारे में उन्होंने कहा कि यह तीव्र कोविड-19 की तरह घातक तथा गंभीर नहीं है और अकसर समय के साथ इसमें सुधार देखा गया है.