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लोकायुक्त पुलिस ने महिला प्राचार्य को रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा, जानिए क्या चल रहा था 'खेल' - sagar principal bribe

मध्य प्रदेश के सागर में लोकायुक्त पुलिस ने नेत्रहीन शिक्षक से रिश्वत लेते महिला प्राचार्य को रंगे हाथों (sagar principal rishwat arrest) गिरफ्तार किया है. कई दिनों से (lokayukta arrest principal taking bribe) बीमार चल रहे शिक्षक का तीन महीने का वेतन बकाया था. वेतन देने के बदले प्राचार्य ने रिश्वत मांगी थी.

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Published : Nov 25, 2021, 9:31 PM IST

सागर : लोकायुक्त पुलिस ने महिला प्राचार्य को रिश्वत लेते रंगे हाथों (sagar principal bribe) गिरफ्तार किया है. जिले की बीना तहसील के बारधा गांव के हाईस्कूल की प्रभारी प्राचार्य को लोकायुक्त सागर ने घूस लेते दबोचा है. आरोपी महिला प्राचार्य सीमा नेक्या ने स्कूल के नेत्रहीन शिक्षक का तीन माह का लंबित वेतन निकालने और स्कूल में ना पढ़ाने की सुविधा के एवज में रिश्वत की मांग की थी.

घूसखोर महिला प्राचार्य गिरफ्तार

लोकायुक्त पुलिस सागर से मिली जानकारी के अनुसार जिले की खुरई तहसील (lokayukta arrest principal taking bribe) के टैगोर वार्ड के रघुवीर प्रसाद विश्वकर्मा नेत्रहीन हैं. जो बीना तहसील के बारधा गांव के शासकीय हाईस्कूल में शिक्षक हैं. इनका अगस्त माह से तीन माह का वेतन लंबित था. रघुवीर प्रसाद हाईस्कूल की प्राचार्या सीमा नेक्या से कई दिनों से लंबित वेतन की मांग कर रहे थे. लेकिन प्रभारी प्राचार्य सीमा नेक्या इसके एवज में रिश्वत की मांग कर रही थी.

लोकायुक्त टीम ने रंगे हाथों दबोचा

रिश्वत मांगने की शिकायत शिक्षक ने लोकायुक्त एसपी कार्यालय में की. लोकायुक्त पुलिस की विशेष टीम ने महिला प्राचार्य को पकड़ने के लिए योजना बनाई. योजना के अनुसार शिकायत करने वाले शिक्षक ने लंबित वेतन निकालने और हाईस्कूल में ना पढ़ाने के एवज में 9 हजार रुपए देने की बात कही. लोकायुक्त पुलिस के उप पुलिस अधीक्षक राजेश खेड़े के नेतृत्व में गठित टीम ने हाईस्कूल बारधा में प्रभारी महिला प्राचार्य सीमा नेक्या को रंगे हाथों गिरफ्तार किया.

नेत्रहीन शिक्षक कई दिनों से चल रहे हैं बीमार

खुरई निवासी शिक्षक रघुवीर प्रसाद विश्वकर्मा नेत्रहीन हैंं, जो पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे हैं. उनका 3 माह का वेतन लंबित है. उन्होंने जब प्राचार्य से लंबित वेतन निकालने की मांग की तो प्राचार्य ने प्रति माह 3000 की दर से 9000 रुपये की रिश्वत की मांग की थी.

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