नई दिल्ली : संसद के मानसून सत्र शुरू हो गया है. कार्यवाही की शुरुआत में लोक सभा और राज्यसभा में नवनिर्वाचित सांसदों को शपथ दिलाई गई. इसके बाद पीएम मोदी ने लोक सभा में नए मंत्रियों का परिचय कराया. इस दौरान विपक्ष के सांसदों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. लोक सभा के पटल पर आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पेगासस प्रकरण पर बयान दिया. अश्विनी वैष्णव ने कहा कि भारत के कानून सुदृढ़ हैं और ऐसे में किसी भी प्रकार की अवैध निगरानी संभव नहीं है. वैष्णव ने 'पेगासस जासूसी प्रकरण' पर कहा कि जब हम इस मुद्दे को तर्क के चश्मे से देखते हैं, तो यह स्पष्ट रूप से सामने आता है कि ऐसा सनसनीखेज माहौल बनाने के पीछे कोई सार नहीं है. उनके बयान के बाद सदन की कार्यवाही 20 जुलाई, पूर्वाह्न 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई.
इससे पहले लोक सभा में हंगामे के बीच पीएम मोदी ने कहा कि खुशी की बात है, कई दलित भाई मंत्री बने. लेकिन कुछ लोगों को यह रास नहीं आ रहा है. पीएम ने कहा कि विपक्ष को नए मंत्रियों का सम्मान करना चाहिए. पीएम ने कहा कि हमारे कई मंत्री ग्रामीण परिवेश से हैं. साथ ही पीएम ने कई महिला सांसदों के मंत्री बनने पर खुशी जताई.
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पीएम ने कहा, मैं सोच रहा था कि आज सदन में उत्साह का वातावरण होगा क्योंकि बहुत बड़ी संख्या में हमारी महिला सांसद, दलित भाई, आदिवासी, किसान परिवार से सांसदों को मंत्री परिषद में मौका मिला. उनसे परिचय होने पर खुशी होनी चाहिए थी. लेकिन शायद देश के दलित, महिला, ओबीसी, किसानों के बेटे मंत्री बनें ये बात कुछ लोगों को रास नहीं आ रही है. इसलिए उनका परिचय तक नहीं होने देते.
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