नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल स्थित विश्व-भारती विश्वविद्यालय को यूनेस्को के धरोहर स्थल के रूप में वर्णित करने वाली तीन पट्टिकाओं में नोबेल पुरस्कार विजेता रवीन्द्र नाथ टैगोर का नाम नहीं होने के मुद्दे पर बुधवार को लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस की सदस्य अपरुपा पोद्दार और शिक्षा राज्य मंत्री सुभाष सरकार के बीच तीखी नोकझोंक हुई. तृणमूल कांग्रेस सांसद ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का नाम लिए बिना कहा कि 'दाढ़ी रख लेने मात्र से कोई टैगोर नहीं बन जाता.'
यह तीखी नोकझोंक उस वक्त हुई जब पोद्दार ने तेलंगाना में जनजातीय विश्वविद्यालय की स्थापना से संबंधित 'केंद्रीय विश्वविद्यालय (संशोधन) विधेयक, 2023' पर चर्चा के दौरान विश्व-भारती विश्वविद्यालय से संबंधित पट्टिका विवाद का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि जनादेश मिलना अलग बात होती है और दलितों के दिल में झांकना अलग बात. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के आंकड़ों की मानें तो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में दलितों और आदिवासियों के खिलाफ अपराध बढ़े हैं.