नई दिल्ली : लोक सभा में रेल मंत्रालय के अधीन अनुदानों की मांगों पर चर्चा की गई. केरल से निर्वाचित सांसद कांग्रेस सांसद के सुरेश ने चर्चा की शुरुआत करते हुए केरल के लिए अलग से रेलवे जोन न बनाए जाने पर दुख जाहिर किया. उन्होंने केरल को गॉड्स ओन कंट्री (kerala god's own country) बताते हुए कहा कि पर्यटन के लिहाज से कई क्षेत्रों में रेल कनेक्टिविटी की जरूरत है. बता दें कि लोक सभा में केंद्रीय बजट 2022 के अंतर्गत वित्त वर्ष 2022-23 के लिए रेल मंत्रालय के नियंत्रणाधीन अनुदान की मांगों पर चर्चा (demands for grants under control of the railway) की गई.
इसके बाद राजस्थान से निर्वाचित भाजपा सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने रेल हादसों में कमी, रेलवे की बोगियों का आधुनिकीकरण और ट्रैक इलेक्ट्रिफिकेशन जैसी उपलब्धियों का जिक्र कर कांग्रेस सांसद पर तंज कसा. उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकाल में रेल मंत्रालय की सूरत बदलने में सफलता मिली है.
इसके बाद तमिलनाडु से निर्वाचित डीएमके सांसद कनिमोझी ने कहा कि जिस तरीके से राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने रेल मंत्रालय की उपलब्धियां गिनाई हैं, इससे लगता है कि सबकुछ सामान्य है. उन्होंने कहा कि रेल मंत्रालय को वातानुकूलित कोच से प्रॉफिट होता है. निजीकरण की पहल पर सवाल खड़े करते हुए कनिमोझी ने कहा कि फैमिली सिल्वर को प्राइवेट प्लेयर्स को दिया जा रहा है.
पश्चिम बंगाल की सांसद ने कहा- वीआईपी सवारी के समय रेलवे की तस्वीर अलग
इसके बाद पश्चिम बंगाल से निर्वाचित तृणमूल कांग्रेस की सांसद शताब्दी रॉय ने कहा कि जिस तरीके से सत्तारूढ़ पक्ष के सांसद रेल मंत्रालय की तस्वीर पेश कर रहे हैं, ऐसा लगता है कि कुछ भी किया जाना बाकी नहीं रहा. उन्होंने रेल बजट को यूनियन बजट से मिलाने के फैसले पर कहा कि सरकार ने सोचा है तो भले के लिए ही होगा, लेकिन अलग रेल बजट में स्पष्ट और अधिक विवरण मिलता था. उन्होंने बुलेट ट्रेन की परियोजना और भारत की भौगोलिक स्थिति के बीच तालमेल न होने का आरोप लगाया.
रेलवे में महिला सुरक्षा के मुद्दे पर शताब्दी रॉय ने कहा कि वीआईपी पैसेंजर की यात्रा के दौरान अलग तस्वीर दिखाई जाती है. शौचालयों की बदतर हालत पर उन्होंने कहा कि यात्रा शुरू होने के 15-20 मिनट के बाद ही परिस्थितियां बदल जाती हैं. कोरोना महामारी के दौरान बढ़ाई गई प्लेटफॉर्म टिकट की कीमत पर सवाल खड़े करते हुए शताब्दी ने कहा कि अब हालात सुधर गए हैं तो कीमत बढ़ाने का फैसला वापस लेना चाहिए.
आंध्र प्रदेश के सांसद ने कहा- कंटेनर मैनुफैक्चरिंग यूनिट पर फैसला करें
इसके बाद आंध्र प्रदेश की अमलापुरम संसदीय सीट से निर्वाचित महिला सांसद चिंता अनुराधा ने आंध्र प्रदेश में रेलवे ओवर ब्रिज की लंबित परियोजनाओं के लिए धन आवंटन की मांग की. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में कंटेनर मैनुफैक्चरिंग यूनिट स्थापित करने के प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए. अनुराधा आंध्र प्रदेश की सत्तारुढ़ पार्टी- वाईएसआर कांग्रेस की सांसद हैं. बता दें कि चर्चा पूरी होने के बाद रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव लोक सभा में चर्चा का जवाब देंगे. इसके बाद मतदान कराया जाएगा.