लोहरदगा: जरा इस बच्चे की मेमोरी तो देखिए, जो भी सुनता या देखता है, हैरान हो जाता है. भला इस उम्र में किसी बच्चे को इतना सब कुछ कैसे याद रह पाएगा, लेकिन यह बच्चा तो जैसे सब कुछ रट कर बैठा हो. लगातार जवाब देता है चला जाता है. दूसरों की बात तो दूर अभिभावक भी बच्चे की प्रतिभा को देखकर हैरान रह जा रहे हैं. इस बच्चे की प्रतिभा को इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड में स्थान मिला है. बच्चे को मेडल, प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया है.
कम उम्र में ही दिखने लगी थी प्रतिभा: निश्चित रूप से एक अभिभावक की जिम्मेवारी अपने बच्चों को लेकर सर्वोपरि होती है. कहा भी जाता है कि एक शिशु के लिए माता-पिता ही प्रथम गुरु होते हैं. अनुराज कुंडू की प्रतिभा को पहचानने का काम स्वयं उनके माता-पिता ने किया. बच्चे ने अपनी प्रतिभा से अपने माता-पिता को ऐसे प्रभावित किया कि उन्हें पता ही नहीं चला कि कब वह बच्चा इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करा कर एक प्रेरणा बन चुका है.
लोहरदगा में हिंडाल्को कंपनी से जुड़े हुए जियोलॉजिस्ट राजेश कुंडू और उनकी पत्नी गृहणी अनिंदिता कुंडू की एकमात्र संतान है अनुराज कुंडू, बच्चे का जन्म 17 मार्च 2019 को हुआ था. किसी सामान्य अभिभावक की तरह अपने बच्चे को प्राथमिक शिक्षा देने को लेकर जब माता-पिता ने उसे पढ़ाना प्रारंभ किया तो यह देखा कि अनुराज कुंडू में किसी भी चीज को सीखने की गजब की क्षमता थी.