नई दिल्ली :भारत मेंकोरोना वायरस के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए 25 मार्च 2020 को 21 दिन का लॉकडाउन लगाया गया था. आज लॉकडाउन को लागू हुए एक साल पूरे हो गए. देश ने 68 दिन का पूर्ण लॉकडाउन झेला था. लॉकडाउन को समझने के लिए आज का दिन सबसे सटीक है, क्योंकि इस महामारी के दौरान सभी लोगों ने कुछ कुछ खोया था. बता दें, पिछले 24 घंटे में 50 हजार से ज्यादा कोरोना के नए केस सामने आए हैं.
केरल में पहला मामला सामने आया
भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला 30 जनवरी 2020 को केरल में दर्ज किया गया था. वहीं, फरवरी तक चीन के वुहान प्रांत से लौटने वाले छात्रों में कोविड-19 के लक्षण पाए गए थे, तब तक ये आंकड़े दहाई में नहीं पहुंचे थे. भारत में पहली बार 4 मार्च को 22 केस दर्ज किए गए थे, जिनमें 14 इटली के पर्यटक भी शामिल थे. वहीं 12 मार्च को कोविड-19 से पहली मौत दर्ज की गई थी.
मार्च में तेजी से बढ़ा कोरोना वायरस
इटली और जर्मनी से पंजाब के आनंदपुर साहिब में धार्मिक गुरु की वापसी और 10 से 12 मार्च दो दिन लगातार घूमने की वजह से देश में पहला बड़ा मामला दर्ज किया गया. इस वजह से यहां कोरोना वायरस के 27 केस का पता चला और 20 गांवों के करीब 40 हजार लोगों को क्वारंटाइन किया गया. दिल्ली में तब्लीगी जमात के कार्यक्रम के चलते मार्च के मध्य तक कोरोना के केस काफी बढ़ गए थे. उसके बाद उत्तर प्रदेश, बिहार, बंगाल राज्यों में भी संक्रमण तेजी से बढ़ने लगा था.
25 मार्च से लॉकडाउन की घोषणा
कोरोना वायरस की गंभीर स्थिति को देखते हुए पीएम मोदी ने 25 मार्च 2020 को पहली बार लॉकडाउन की घोषणा की थी. 31 मार्च 2020 तक कोरोना से 47 मौतें हो चुकी थीं, वहीं 1403 लोग पहले ही संक्रमित हो चुके थे. 21 दिन के लिए लगाए गए लॉकडाउन को सरकार आगे बढ़ाने के मूड में नहीं थी, लेकिन सरकार को कोरोना वायरस के विस्फोट का अंदाजा नहीं था.
अप्रैल में मरीजों की संख्या में 23 गुना बढ़ी
केंद्र की मोदी सरकार ने माना कि तब्लीगी जमात के कार्यक्रम से देश में कोरोना के 4129 मामले आए. मार्च की तुलना में अप्रैल में कोरोना संक्रमितों की संख्या 23 गुना तक बढ़ गई थी. 14 अप्रैल को पहली बार कोरोना के एक हजार से ज्यादा करीब 1463 मामले दर्ज किए जा चुके थे. वहीं, महीने के अंत तक इससे 1075 लोगों की मौत हो चुकी थी.
मई: पहली बार में सौ से ज्यादा मौतें, एक लाख मामले
भारत में लॉकडाउन के बावजूद भी कोविड-19 के मामले लगातार बढ़ रहे थे. हर रोज औसतन 6 से 7 हजार कोविड संक्रमित मरीजों का पता चल रहा था. वहीं, 5 मई को पहली बार 194 से ज्यादा लोगों की मौत हुई थी. कोरोना वायरस के पहले मामले के 110 दिन बाद 19 मई को संक्रमितों की संख्या 1 लाख के पार हो गई थी. मई के आखिरी दिन 31 तारीख को सर्वाधिक 8380 मामले सामने आए. मई में लॉकडाउन समाप्त कर दिया गया और अनलॉक-1 की घोषणा हुई.
जून: अनलॉक के साथ-साथ बढ़ा संक्रमण