वाशिंगटन : प्रसिद्ध लेखक सलमान रुश्दी, जिन्हें अपने उपन्यास 'द सैटेनिक वर्सेज' के कारण ईरान से मौत की धमकी का सामना करना पड़ा था, पर शुक्रवार की सुबह न्यूयॉर्क में एक व्याख्यान के दौरान हमला किया गया. इस घटना ने दुनिया भर के साहित्यिक हस्तियों और पाठकों को सदमे में डाल दिया है. अपनी स्वतंत्र अभिव्यक्ति के लिए जाने जाने वाले सलमान रुश्दी पर पश्चिमी न्यूयॉर्क में चौटाउक्वा संस्थान में व्याख्यान देने के दौरान हमला किया गया. फिलहाल उनकी हालत गंभीर बनी हुई है.
ब्रिटेन के प्रधान मंत्री बोरिस जॉनसन ने एक ट्वीट में कहा कि इस बात से दुखी हूं कि सर सलमान रुश्दी को चाकू मार दिया गया है. जबकि वह अपने उस अधिकार का इस्तेमाल कर रहे थे जिसका बचाव हमें कभी भी बंद नहीं करना चाहिए. अभी मेरी संवेदना उनके प्रियजनों के साथ हैं. हम सभी उम्मीद कर रहे हैं कि वह ठीक हैं. भारतीय मूल के ब्रिटिश लेखक रुश्दी को 2007 में साहित्य के लिए उनकी सेवाओं के लिए महारानी एलिजाबेथ द्वितीय ने नाइट की उपाधि दी है.
यूके की गृह सचिव, प्रीति पटेल ने कहा कि सर सलमान रुश्दी पर अकारण और बेहूदा हमले के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं. अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता एक मूल्य है जिसे हम प्रिय मानते हैं और इसे कम करने का प्रयास बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए. मेरी संवेदवायें सर सलमान और उनके परिवार के साथ हैं. यूके के पीएम उम्मीदवार, ऋषि सुनक ने एक ट्वीट में कहा कि न्यूयॉर्क में सलमान रुश्दी पर हमले के बारे में सुनकर स्तब्ध हूं. वह स्वतंत्र भाषण और कलात्मक स्वतंत्रता के चैंपियन हैं. आज रात हमारी संवेदना उनके साथ है.
इस बीच, यूके के डिजिटल, संस्कृति, मीडिया और खेल राज्य सचिव, नादिन डोरिस ने इस घटना को 'भयानक' कहा. उन्होंने यह भी कहा कि यह एक साहित्यिक दिग्गज और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के महान रक्षकों में से एक पर एक भयानक हमला है. डोरिस ने कहा कि हमारी संवेदना सलमान रुश्दी और उनके चाहने वालों के साथ है.
ट्विटर पर अमेरिकी सीनेटर चक शूमर ने कहा कि यह हमला चौंकाने वाला और भयावह है. यह भाषण और विचार की स्वतंत्रता पर हमला है, जो हमारे देश और चौटाउक्वा संस्थान के दो आधारभूत मूल्य हैं. मुझे उम्मीद है कि रुश्दी जल्दी और पूरी तरह से ठीक हो जाएंगे. और अपराधी को न्यायिक प्रक्रिया के तहत सजा मिलेगी.