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ED Action: झारखंड तक पहुंची छत्तीसगढ़ में हुए शराब और कोयला घोटाले की आंच

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Published : Apr 23, 2023, 10:56 PM IST

प्रदेश में कोयले से लेकर शराब घोटाले और मनी लांड्रिग के तार अब पड़ोसी राज्य झारखंड से जुड़ने लगे हैं. सबूतों और सुरागों के आधार पर ईडी लगातार इससे जुड़े लोगों से पूछताछ कर रही है. जरूरत पड़ने पर मामले में गिरफ्तारी भी की जा रही है. शनिवार को रायपुर में ईडी ने झारखंड के दो अधिकारियों से देर रात तक पूछताछ की.Liquor and coal scam

coal scam in Chhattisgarh linked to Jharkhand
छत्तीसगढ़ में शराब घोटाला

रायपुर:छत्तीसगढ़ में प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई झारखंड तक पहुंच गई है. ईडी ने झारखंड के उत्पाद सचिव और आबकारी आयुक्त को नोटिस दिया था. ईडी के नोटिस के बाद अपना पक्ष रखने के लिए शनिवार को उत्पाद सचिव विनय चौबे रायपुर पहुंचे. उनके साथ झारखंड के आबकारी आयुक्त करण सत्यार्थी भी थे. दोनों अफसर फ्लाइट से रायपुर पहुंचे थे. उसके बाद शनिवार सुबह 11 बजे वह ईडी ऑफिस पहुंचे. यहां दोनों अफसरों से ईडी ने घंटों पूछताछ की है. ईडी ने देर रात दोनों अफसरों को छोड़ा.


लंबी चली ईडी की पूछताछ :झारखंड के दोनों अफसर सुबह 11 बजे ईडी ऑफिस पहुंचे. दोनों को शाम 4 बजे तक ईडी ने ऑफिस में ही बैठाकर रखा. शाम 4 बजे के बाद इन अफसरों से पूछताछ शुरू हुई है, जो रात 10 बजे तक चली. इसके बाद दोनों अफसरों को ईडी ने जाने दिया है. इन अफसरों के अलावा दो और व्यक्ति रायपुर पहुंचे थे, जो ईडी दफ्तर के बाहर सुबह 11 बजे से पार्किंग में कार में ही बैठे रहे. हालांकि दोनों व्यक्ति कौन हैं, यह स्पष्ट नही हो पाया है. बताया जा रहा है कि, पूछताछ पूरी होने के बाद उत्पाद सचिव विनय कुमार चौबे होटल हयात गए. वहीं करण सत्यार्थी कॉफी हाउस गए. उसके बाद दूसरे दिन यानी रविवार की सुबह फ्लाइट से दोनों अफसर वापस लौट गए. वहीं इन अफसरों के साथ पहुंचे दो अन्य व्यक्ति बस में सवार होकर रवाना हुए हैं.

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जानिए क्या है मामला:छत्तीसगढ़ में ईडी, मनी लॉंड्रिंग, कोयला और शराब घोटाले को लेकर कार्रवाई कर रही है. ईडी को आशंका है कि, छत्तीसगढ़ में बड़े पैमाने पर शराब घोटाला हुआ है. इसी के तहत छत्तीसगढ़ में शराब को लेकर काम कर रही कार्पोरेशन कंपनी के एमडी एपी त्रिपाठी भी ईडी के घेरे में हैं. ईडी ने उनके घर में दबिश दी थी. उसके बाद से ईडी उन्हें पूछताछ के लिए लगातार नोटिस जारी कर चुकी है. बावजूद त्रिपाठी ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे हैं. चूंकि छत्तीसगढ़ में काम कर रहे कार्पोरेशन को ही झारखंड में नई उत्पाद नीति लागू करने के लिए परामर्शी बनाया गया था. ऐसे में ईडी ने झारखंड के दोनों अफसरों को पूछताछ के लिए बुलाया था.

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