श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने गुरुवार को दावा किया कि 30 साल के संघर्ष ने मुनाफाखोरों की एक छोटी संख्या को जन्म दिया, जिन्होंने अपनी जेबें भरीं, अपने बच्चों को विदेश पढ़ने के लिए भेजा और कम भाग्यशाली युवाओं को सड़कों पर छोड़ दिया. उपराज्यपाल ने कहा कि 4.5 लाख से अधिक लोगों ने तीर्थयात्रा में भाग लिया, जिससे इस साल की अमरनाथ यात्रा रिकॉर्ड तोड़ रही है.
बडगाम जिले के लिए विभिन्न परियोजनाओं को ई-लॉन्च करने के बाद, एलजी ने श्रीनगर के राजभवन में एक बैठक में यह बात कही. उन्होंने कहा कि इन संघर्षशील मुनाफाखोरों ने अपना खजाना भरा, अपने बच्चों को शिक्षा के लिए विदेश भेजा, और गरीब युवाओं को सड़कों पर मरने के लिए छोड़ दिया. 5 अगस्त, 2019 को इन संघर्षशील मुनाफाखोरों की दुकानें स्थायी रूप से बंद कर दी गईं. ये चंद लोग जम्मू-कश्मीर में हुई शांति और प्रगति से पीड़ित हैं. मैं चाहता हूं कि पीड़ा जारी रहे.
उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने पीएमएवाई कार्यक्रम - बेघरों के लिए घर और भूमिहीनों के लिए जमीन, पर लोगों को गुमराह किया क्योंकि वे जम्मू-कश्मीर की सफलता को पचा नहीं पा रहे हैं. उनकी पीड़ा दिन-ब-दिन तीव्र होती जाए. एलजी ने कहा कि इस साल की अमरनाथ यात्रा के दौरान रिकॉर्ड संख्या में 4.5 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने बाबा अमरनाथजी के पवित्र गुफा मंदिर के दर्शन किए.