भोपाल।सीबीएसई 10वीं बोर्ड की टॉपर वनिशा पाठक को माता पिता की मौत के बाद मिल रहे एलआईसी के नोटिस के ऊपर केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने ट्वीट कर संज्ञान लिया था. इसके बाद एलआईसी के अधिकारी वनिशा के पास मिलने पहुंचे और उन्हें एक लेटर भी दिया है, लेकिन इसके बाद भी वनिशा संतुष्ट नहीं है. दरअसल लेटर में सिर्फ लोन के इंटरेस्ट की रकम को होल्ड रखने की बात कही गई है, जिस पर वनिशा का कहना है कि अगर लोन माफ होता है तभी वे सुकून से जीवन जी पाएंगी. इसको लेकर ईटीवी भारत की टीम ने वनिशा से बात की. (LIC notice to CBSE topper Vanisha)
वनिशा की मांग, माफ हों लोन के रकम:वनिशा का कहना है कि एलआईसी की ओर से अधिकारी उनसे मिलने आए थे, लेकिन उन्हें स्पष्ट रूप से कुछ भी नहीं कहा है. फिलहाल जनवरी 2023 तक इन लोन को होल्ड पर रखने की बात जरूर कही गई है, और इंटरेस्ट की राशि माफ की जाएगी या नहीं इसको लेकर भी स्पष्ट रूप से कुछ भी नहीं कहा गया है. वनिशा का कहना है कि अगर इंटरेस्ट की राशि भी माफ होती है, तो मात्र 3 लाख ही माफ हो पाएंगे. जबकि 26 लाख लोन है, वे कैसे चुकता किया जाएगा. वनिशा ने सरकार से मांग की है कि इस पूरे लोन के पैसे को माफ कर दिया जाए. इससे वे अपने माता-पिता के दिए गए घर में रह पाएंगी और उनका सपना पूरा होगा.
26 लाख रुपए पर तीन लाख का इंटरेस्ट:सीबीएसई की दसवीं परीक्षा में वनिशा पाठक ने टॉप किया था. कोविड की वजह से उसके माता-पिता की मौत हो गई थी. 99 प्रतिशत अंक ला आ चुकी वनिशा माता-पिता की मौत के बाद बेहद दुखी थी. उनका एक छोटा भाई है जो मामा मामी के साथ ही रहता है. माता पिता की मौत के बाद इन दोनों को सरकार की तरफ से करीब 2 लाख रुपए की सहायता राशि मिली थी, और हर महीने दोनों भाई बहनों को पांच पांच हजार की राशि मिलती है. इनके पिता ने एलआईसी से लोन लिया था. 26 लाख रुपए एलआईसी से लिए थे, और उस पर इंटरेस्ट लगभग 3 लाख हो गया था, जिसको लेकर एलआईसी लगातार उनको नोटिस जारी कर रही थी. इसके बाद अंत में एलआईसी की ओर से उनके घर, जिस पर लोन दिया गया था उसे जब्त करने की बात भी की गई थी. (Sitharaman intervened receiving loan notice)