नई दिल्ली :राज्य मंत्री नित्यानंद राय (Minister of State in Home Ministry, Nityanand Rai) ने राज्यसभा में बताया कि राष्ट्रीय नीति और कार्य योजना के कारण वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) के परिणामस्वरूप हिंसा में लगातार गिरावट आई है. 2009 में सबसे ज्यादा 2258 घटनाएं सामने आई थी. 2021 में इनके मुकाबले 77 फीसदी कमी आई है. ये संख्या घटकर 509 हो गई है.
उन्होंने कहा, 'इसी तरह, नागरिकों और सुरक्षा बलों की मृत्यु भी 2010 में 1005 के उच्चतम स्तर से 85 प्रतिशत कम होकर 2021 में 147 हो गई है.' राय ने कहा कि हिंसा के भौगोलिक प्रसार में भी कमी आई है और वर्ष 2010 में 96 जिलों की तुलना में 2021 में केवल 46 जिलों ने वामपंथी उग्रवाद से संबंधित हिंसा की सूचना दी. गौरतलब है कि वामपंथी उग्रवाद (एलडब्ल्यूई) को रोकने के लिए राष्ट्रीय नीति और कार्य योजना 2015 से लागू की गई थी.
उन्होंने बताया कि सुरक्षा के मोर्चे पर केंद्र सरकार ने काफी प्रयास किए हैं. केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल बटालियन, हेलीकॉप्टर, प्रशिक्षण, राज्य पुलिस बलों को हथियारों और उपकरणों के आधुनिकीकरण के लिए वामपंथ प्रभावित राज्यों धन दिया जा रहा है. विशेष बलों (एसएफ) और विशेष खुफिया शाखाओं (एसआईबी) को मजबूत करने के लिए 371 करोड़ रुपये की परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है.
इसके साथ ही पिछले छह वर्षों में वामपंथ उग्रवाद से प्रभावित जिलों में स्थानीय जनता के लिए 1236 बैंक शाखाएं खोली गई हैं, 1077 एटीएम स्थापित किए गए हैं. पिछले 5 वर्षों में 4903 डाकघरों को मंजूरी दी गई है, जिनमें से 2953 को चालू कर दिया गया है.
भारत में माओवादी अंतरराष्ट्रीय समूहों से प्रेरित : सरकार
वहीं, गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने भाजपा सांसद (नामित) राकेश सिन्हा द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए कहा कि भारत में माओवादी अंतरराष्ट्रीय समूहों से प्रेरित हैं. कभी-कभी इन समूहों द्वारा विरोध किया जाता है, जब उनके खिलाफ कार्रवाई की जाती है. उन्होंने यह भी कहा कि जब कुछ उग्रवादियों की गिरफ्तारी होती है तो ये संगठन मदद के लिए आगे आते हैं.