हैदराबाद :भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की ताकत अब दुगुनी होने जा रही है. हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) बुधवार को बेंगलुरु में पहला लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट (एलसीए) ट्विन-सीटर ट्रेनर संस्करण विमान आईएएफ को सौंपने जा रहा है. गौरतलब है कि एचएएल के पास आईएएफ से 18 ट्विन सीटर प्लेन का ऑर्डर पहले से है, जिसमें से आठ ट्विन सीटर वो वित्त वर्ष 2023-24 में डिलीवर करेगा. इसके अलावा, 2026-27 तक 10 ट्विन सीटर की आपूर्ति क्रमिक रूप से की जाएगी. वहीं, वायु सेना से आगे भी ऑर्डर मिलने की एचएएल को उम्मीद है.
हल्का लड़ाकू विमान करेगा मिग-21 रिप्लेस:लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट यानी हल्का लड़ाकू विमान (एलएसी) तेजस भारतीय सेना द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला एक स्वदेशी सुपरसोनिक विमान है. तेजस एक फाइटर-जेट है, जो अब मिग-21 की जगह लेने वाला है. एलसीए-तेजस भारत में शुरू किया गया अब तक का सबसे बड़ा आर-डी कार्यक्रम है जिसने 2001 में अपनी पहली उड़ान भरी और तब से कई उपलब्धियां हासिल की हैं. स्वदेश निर्मित हल्के लड़ाकू विमान एमके1 तेजस (एलसीए) आने वाले वर्षों में भारतीय वायुसेना के बेड़े की रीढ़ बनने वाला है और बेंगलुरु में एलएएल द्वारा बड़ी संख्या में इसका उत्पादन किया जाता है. वहीं, एचएएल को पहले ही 123 विमानों का ऑर्डर मिल चुका है, जिनमें से 32 लड़ाकू विमानों की आपूर्ति भारतीय वायुसेना को कर दी गई है. दो स्क्वाड्रन पहले से ही सुलूर, एएफ बेस पर वायु सेना में कार्यरत हैं. अब वायुसेना ने अतिरिक्त 97 एलसीए तेजस एमके 1ए खरीदने की योजना बनाई है, जिसके तहत 83 एलसीए मार्क 1ए के लिए एक करार भी किया गया है. वहीं, साल 2025 तक मिग-21 लड़ाकू विमान का संचालन बंद कर उसकी जगह एलसीए तेजस को लाए जाने की भी योजना है. एक या दो महीने में, पहले एक मिग-21 स्क्वाड्रन का संचालन शुरू होगा और उसके बाद आखिरी स्क्वाड्रन को लॉन्च किया जाएगा.
एलसीए तेजस कितना तेज : एलसीए तेजस को मिग-21 लड़ाकू विमानों के साथ रिप्लेस करने की तैयारी चल रही है. 2003 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा लाइट कॉम्बैट एयरक्राफ्ट कार्यक्रम को 'तेजस' (संस्कृत में जिसका अर्थ चमक) नाम दिया गया था. यह दूसरा सुपरसोनिक फाइटर जेट है जिसे एचएएल द्वारा विकसित किया गया था (पहला HAL HF-24 मारूत है). एलसीए तेजस एक सिंगल इंजन वाला बहुउद्देश्यीय हल्का लड़ाकू विमान है. यह अपनी श्रेणी का सबसे हल्का और सबसे छोटा बहुउद्देश्यीय सुपरसोनिक लड़ाकू विमान है. इसे हवा से हवा, हवा से सतह, सटीक-निर्देशित और गतिरोध हथियार ले जाने के लिए डिज़ाइन किया गया है. तेजस में सिंगल-इंजन, कंपाउंड डेल्टा विंग और टेललेस डिजाइन है.