नई दिल्ली: मनुष्य के सबसे अच्छे दोस्त को सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में कुछ कटु आलोचना का सामना करना पड़ा, जब एक वकील ने भारत के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ को बताया कि कैसे उसके पड़ोस में कुत्तों के झुंड ने उस पर हमला किया था. कानून की बारीकियों पर गहरी नजर रखने के लिए जाने जाने वाले वकील कुणाल चटर्जी की पट्टीदार बांह चंद्रचूड़ की नजर से बच नहीं सकी और उन्होंने इसका कारण पूछा.
चटर्जी ने कहा कि उनके पड़ोस में पांच आवारा कुत्तों द्वारा पीछा किये जाने और उन पर हमला किये जाने के बाद वह घायल हो गये. वरिष्ठ वकील विजय हंसारिया ने अदालत से देश में आवारा कुत्तों की समस्या पर स्वत: संज्ञान लेने का आग्रह किया. इस पर सीजेआई ने चटर्जी की ओर अपना ध्यान आकर्षित करते हुए हंसारिया से कहा कि हम देखेंगे कि क्या किया जा सकता है.
सीजेआई ने उन्हें मदद की पेशकश करते हुए पूछा कि क्या आपको किसी चिकित्सा सहायता की आवश्यकता है? मैं रजिस्ट्री से आपको अभी ले जाने के लिए कह सकता हूं. सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने उत्तर प्रदेश के एक वायरल वीडियो का जिक्र किया और उस व्यक्ति की दुर्दशा के बारे में बात की, जिसके बेटे को एक पागल कुत्ते ने काट लिया था और उसकी गोद में ही उसकी दर्दनाक मौत हो गई.