काबुल: अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के एयरपोर्ट (Kabul Airport) के पास गुरुवार को सीरियल ब्लास्ट (Serial Blasts) हुए. इस हमले में कम से कम 103 लोगों की मौत हो गई जबकि कई अन्य के घायल होने की खबर है. एक अफगान अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि हवाई अड्डे पर हुए हमले में कम से कम 60 अफगान मारे गए तथा 143 अन्य घायल हुए हैं. वहीं, व्हाइट हाउस के अनुसार इस आतंकी हमले में मारे गए पीड़ितों के सम्मान में 30 अगस्त की शाम तक अमेरिकी ध्वज आधा झुका रहेगा.
काबुल हवाई अड्डे पर हुए दोहरे बम विस्फोटों में 13 अमेरिकी सेवा सदस्य सहित कम से कम 103 लोग मारे गए हैं. यूएस सेंट्रल कमांड के पब्लिक अफेयर्स ऑफिसर बिल अर्बन के नवीनतम अपडेट के अनुसार, हमलों में मारे गए अमेरिकी सेवा सदस्यों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है, वर्तमान में 18 और घायल सैनिकों को देश से बाहर निकालने की प्रक्रिया चल रही है.
जानकारी के मुताबिक अमेरिका के दो अधिकारियों के मुताबिक हमले में 13 अमेरिकी सैनिकों और नौसेना का एक चिकित्साकर्मी भी मारे गए हैं. उन्होंने बताया कि हमले में 12 और सेवारत कर्मी घायल हुए है और मृतकों की संख्या बढ़ सकती है.
काबुल हमले को लेकर भारत समेत कई देशों ने कड़ी निंदा की है, जिसमें अफगानिस्तान छोड़ने के लिए उड़ानों का इंतजार कर रहे कई लोगों को निशाना बनाया गया था.
बता दें, एयरपोर्ट के अब्बे गेट पर पहला ब्लास्ट हुआ. इसके बाद दूसरा धमाका एयरपोर्ट के नजदीक बने बैरन होटल के पास हुआ, जहां पर ब्रिटेन के सैनिक ठहरे हुए थे. पहले ब्लास्ट के बाद फ्रांस ने दूसरे धमाके को लेकर अलर्ट जारी किया था, जिसके कुछ देर बाद फिर से धमाका हुआ. काबुल एयरपोर्ट और उसके आस-पास के इलाकों में धमाके की वजह से अफरा-तफरी का माहौल है.
काबुल हमले पर अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन बोले , इन मौतों की कीमत चुकानी होगी
काबुल हमले को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस से आतंकियों को चेताते हुए कहा कि उन्हें इन मौतों की कीमत चुकानी होगी. उन्होंने कहा कि हम ये भूलेंगे नहीं, तुम्हें माफ नहीं किया जाएगा. हम चुन चुन कर शिकार करेंगे. हम अफगानिस्तान में रह रहे अपने अमेरिकी नागरिकों को बचाएंगे, साथ ही अपने सहयोगियों को भी निकालेंगे. हमारा मिशन जारी रहेगा. जरूरत पड़ी तो अतिरिक्त अमेरिकी फौज को फिर से अफगानिस्तान भेजेंगे. बाइडेन ने कहा कि हम अफगानिस्तान से अमेरिकी नागरिकों को बचाएंगे. हम अपने अफगान सहयोगियों को बाहर निकालेंगे और हमारा मिशन जारी रहेगा.
इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत ने हमले की ली जिम्मेदारी
इस्लामिक स्टेट खुरासान प्रांत ISIS-के या आईएसकेपी) ने अधिकारिक रूप से दावा किया कि काबुल हवाईअड्डे पर गुरुवार को हुए आत्मघाती हमलों में उनका ही हाथ है. इसके साथ ही उन्होंने एक तस्वीर भी जारी की है. बताया जा रहा है कि यह तस्वीर उस आत्मघाती हमलावर की है. जिसका नाम अब्दुल रहमान अल लोगहरि है और वह संभवत: लोगार प्रांत का रहने वाला था.