पंचतत्व में विलीन हुए विजय सिंह, बीजेपी और HAM नेताओं ने दी श्रद्धांजलि पटना : जहानाबाद के दिवंगत बीजेपी नेता विजय सिंहका पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो चुका है. बता दें कि बिहार विधानसभा घेराव के दौरान लाठीचार्ज में कथित तौर पर जख्मी हुए विजय सिंह की कल पीएमसीएच में मौत हो गई थी. इस मामले पर बिहार की राजनीति अभी भी धधक रही है. पार्थिव शरीर को पटना के फतुहां लाया गया जहां उनकी शव यात्रा में बीजेपी के वरिष्ठ नेता शामिल होकर अंतिम विदाई दी.
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पंचतत्व में विलीन हुए विजय सिंह: विजय सिंह के अंतिम संस्कार में बिहार बीजेपी का लगभग सभी शीर्ष नेतृत्व शामिल था. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी, नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा, हम संरक्षक जीतन राम मांझी, बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री नितिन नवीन, एमएलसी नवल किशोर यादव, नंद किशोर यादव समेत बड़ी संख्या में स्थानीय बीजेपी नेता और कार्यकर्ता पहुंचे हुए थे. सभी ने उनके पार्थिव शरीर पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी.
सम्राट चौधरी और बीजेपी नेताओं ने दी विजय सिंह को अंतिम श्रद्धांजलि 'विजय सिंह हत्या हुई है..' : बीजेपी नेताओं ने साफ कहा कि वीर विजय सिंह की शहाद को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा. बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि विजय सिंह की हत्या नीतीश की गुंडा पुलिस के द्वारा की गई है. विजय सिंह हमारी पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता थे. ऐसे कई नेताओं पर नीतीश की पुलिस ने लाठी मारकर उनका सिर फाड़ दिया है. हजारों कार्यकर्ताओं को सिर में टांके आए हैं. हमारा आंदोलन शांति पूर्वक था. लेकिन नीतिश ने साजिश के तहत लाठीचार्ज करवाया. अब उनकी पुलिस लीपापोती में जुटी हुई है.
''ये हत्या है, नीतीश कुमार के पुलिसिया गुंडा के द्वारा ये हत्या की गई है. विजय सिंह हमारे पार्टी के समर्पित कार्यकर्ता थे. जिले के हमारे नेता थे. ऐसा हमारा वीर सिपाही आज चला गया. हमारा भाई चला गया. हजारों की संख्या में हमारे कार्यकर्ताओं का माथा फाड़ा गया था. किसी को 14 टांका आया किसी को 16 टांके आए, हम शांति पूर्वक आंदोलन कर रहे थे. मैं पूछता हूं कि क्या बिहार में आंदोलन करने का राइट खत्म हो गया है? नीतीश की पुलिस पूरे मामले की लीपापोती में जुटी हुई है.''- सम्राट चौधरी, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष, बिहार
विजय सिंह की मौत पर आक्रोश में बीजेपी कौन थे विजय सिंह? : विजह सिंह जहानाबाद के बीजेपी जिला महामंत्री थे, वो कल्पा गांव के रहने वाले थे. पार्टी के कार्यक्रम के सिलसिले में पटना आते जाते रहते थे. दाह संस्कार के लिए उनके पार्थिव शरीर को जहानाबाद से फतुहां घाट लाया गया था, जहां बीजेपी नेताओं ने पहुंचकर मृतकों के परिजनों को ढांढस बंधाया और इंसाफ मिलने तक लड़ाई लड़ने का आश्वासन दिया. विजय सिंह की मौत की खबर वाले दिन से ही जहानाबाद में मातम पसरा हुआ है.
पंचतत्व में विलीन हुए बीजेपी नेता विजय सिंह बिहार में धधक रही सियासत : विजय सिंह की मौत की खबर मीडिया में आते ही सियासी भूचाल शुरू हो गया. दोनों ओर से आरोप लगाए जाने लगे. अभी तक पुलिस उनकी मौत को संदिग्ध मान रही है. पुलिस और पुलिस के आधार पर ही महागठबंधन के नेताओं का दावा है कि लाठीचार्ज वाली जगह पर विजय सिंह मौजूद नहीं थे, और न ही उनके शरीर पर कोई चोट के निशान थे. पुलिस का दावा है कि उनकी मौत स्वाभाविक लगती है. वहीं जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह इसे घटना को जबरदस्ती तूल देने वाला करार किया है.
पटना में बीजेपी ने किया राजभवन मार्च : पटना में आज बीजेपी नेताओं ने लाठीचार्ज में हुई विजय सिंह की मौत के विरोध में काली पट्टी बांधकर मानसून सत्र में पहुंचे थे. फिर वहां से राजभवन की ओर कूच किया, जहां उन्होंने पूरे घटना क्रम की शिकायत राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर से की. बीजेपी ने मांग की है कि दोषियों पर कार्रवाई हो.
लाठीचार्ज में विजय सिंह की हत्या का आरोप: बता दें कि 13 जुलाई 2023 को बीजेपी तेजस्वी यादव के इस्तीफे और नई शिक्षक नियमावली में नई डोमिसाइल नीति के खिलाफ विधानसभा घेराव बुलाया हुआ था. सभी कार्यकर्ता जैसे ही गांधी मैदान से विधानसभा की ओर निकले उन्हें डाक बंगला चौराहा पर रोक लिया गया. बैरिकेडिंग तोड़ने पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया. इस दौरान बीजेपी के कई कार्यकर्ता लाठीचार्ज में जख्मी हो गए. बीजेपी का आरोप है कि इसी लाठीचार्ज में विजह सिंह की भी मौत हुई है.
विजय सिंह की मौत पर पुलिस का बयान : विजय सिंह की मौत को पटना पुलिस संदिग्ध मान रही है. पुलिस ने वीडियो जारी कर दावा किया है कि जिस स्थान पर लाठी चार्ज हुआ उस जगह पर उनकी मौजूदगी नहीं थी. वो वीडियो में दिख रहे स्थान पर थे वहां से 5 मिनट में उस स्थान पर नहीं पहुंचा जा सकता. इसलिए पुलिस उनकी मौत की वजह लाठीचार्ज नहीं मान रही है. जेडीयू नेता भी इसी को आधार बनाकर चल रहे हैं. वहीं बीजेपी कह रही है कि पुलिस लीपापोती कर रही है.