जाम में फंसे टूरिस्ट और मालवाहक चालक. मंडी: हिमाचल प्रदेश के जिला मंडी में सात और चार मील के पास पिछले कल से बंद पड़े चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे के जल्द बहाल होने के आसार कम ही नजर आ रहे हैं. हालांकि प्रशासन की तरफ से दोपहर 2 बजे के आसपास तक हाईवे को बहाल करने की बात कही गई है, लेकिन मौजूदा हालातों को देखकर ऐसा नहीं लग रहा कि यह हाईवे इतनी जल्दी बहाल हो पाएगा.
कारण, हाईवे पर बहुत ज्यादा मात्रा में मलबा और मौसम का साथ ना देना. बीच-बीच में अभी भी बारिश हो रही है. जिससे राहत कार्यों में दिक्कत आ रही है. वहीं, दूसरी तरफ जाम में फंसे लोगों का हाल बेहाल होता जा रहा है. लोग पिछले कल से इसी इंतजार में बैठे हैं कि हाईवे बहाल हो और वो अपने घरों की तरफ वापस जाएं. लोगों ने प्रशासन से हाईवे को जल्द से जल्द बहाल करने की गुहार लगाई है.
भूस्खलन से फंसे स्थानीय व टूरिस्ट.
हालांकि कुल्लू से आने वाली छोटी गाड़ियों को वाया गोहर-चैलचौक होते हुए भेजा जा रहा है, लेकिन बड़ी गाड़ियां और मालवाहक वाहन अभी भी जाम में ही फंसे हुए हैं. आलूबुखारे की खेप लेकर जा रहे जीप चालकों ने बताया कि वे पीछले कल से जाम में फंसे हैं. अगर आलूबुखारे सही समय पर मंडी में नहीं पहुंचे तो फिर फसल खराब हो जाएगी और उन्हें भाड़ा भी नहीं मिलेगा.
ट्रैफिक जाम लगातार बढ़ता जा रहा है.
वहीं, ASP मंडी सागर चंद्र ने बताया कि सात और चार मील के पास हाईवे को बहाल करने का कार्य लगातार जारी है. उम्मीद है कि दोपहर 2 बजे तक अधिकतर मलबा हटाकर हाईवे को यातायात के लिए बहाल कर दिया जाएगा. मौसम का साफ रहना भी जरूरी है, क्योंकि बारिश हुई तो फिर मलबा हटाने के कार्य में दिक्कतें आ सकती हैं.
मलबे को हटाते हुए विभाग की मशीनरियां.
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