अहमदाबाद : अगर किसी को कोरोना में सबसे ज्यादा नुकसान उठाना पड़ा है, तो वह सूरत में रहने वाले ओडिशा के मजदूर हैं. वर्तमान में टेक्सटाईल उद्योग कोरोना के कारण बंद है. इससे मजदूरों के पास अब रोजगार नहीं बचा है. दूसरी ओर, एक मकान में 10 से 15 मजदूर किराएदार के रूप में रह रहे थे. अब उनका मकान मालिक उन्हें मकान खाली करने के लिए कह रहा है.
ऐसी स्थिति में, मजदूर ओडिशा जाने को मजबूर हैं. लगभग 50 प्रतिशत मजदूर सूरत से पहले ही अपने घर लौट चुके हैं.
सूरत के विभिन्न क्षेत्रों के उद्योगों में लाखों ओडिशा के लोग काम करते हैं, लेकिन शहर में बढ़ते करोना संक्रमण के वजह से उद्योग को बंद करने का निर्णय लिया गया है. इसलिए ओडिशा के मजदूरों की हालत खराब हो गई है. ये मजदूर अब बंद के कारण अपनी आजीविका खो चुके हैं. उनके पास फिलहाल कोई काम नहीं है और मकान मालिक उन्हें मकान खाली करने के लिए कह रहे हैं.
पढ़ें :-आंखों में बेबसी और जिम्मेदारियों का बोझ लेकर फिर लौटने लगे प्रवासी मजदूर !
मकान मालिक का कहना है कि अगर एक भी व्यक्ति कोरोना से संक्रमित होता है तो घर में रह रहे अन्य सदस्य भी संक्रमित हो जाएंगे जो खतरा बन सकता है. इसलिए घर खाली करवा रहे हैं.