पटना/नई दिल्ली:लैंड फॉर जॉब मामले में लालू यादव के करीबी अमित कात्याल को आज ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है. अमित कात्याल एक व्यवसायी हैं और एके इन्फोसिस्टम के प्रमोटर हैं. इसी साल जुलाई में ही सीबीआई ने नौकरी घोटाले में एके इंफोसिस्टम पर एक आरोपी के रूप में आरोप पत्र दायर किया था. सूत्रों के मुताबिक कात्याल को दो महीने पहले ही ईडी ने समन भेजा था.
एके इंफोसिस्टम के प्रमोटर गिरफ्तारःदिल्ली हाईकार्ट ने उनके खिलाफ जारी समन को रद्द करने वाली याचिका को भी खारिज कर दिया था. इसके बावजूद कात्याल दो महीने से ईडी के समन की अंदेखी कर रहे थे. इसी बीच शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय ने कात्याल को हिरासत में लिया और फिर पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया. सूत्रों के मुताबिक कात्याल को स्थानीय अदालत में पेश किया जाएगा. बताया जाता है कि कत्याल लालू यादव परिवार के करीबी हैं.
जानकारी के अनुसार कंपनी एके इन्फो सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड साउथ दिल्ली में न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी के एक पते पर पंजीकृत है. लालू यादव के परिवार द्वारा इस आवासीय इमारत का इस्तेमाल किया जा रहा था. संपत्ति के कागज को मैसर्स एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड और मेसर्स एके इन्फो सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय के रूप में घोषित किया गया है. लेकिन इसका प्रयोग विशेष रूप से तेजस्वी यादव के द्वारा आवासीय परिसर के रूप में किया जा रहा है.
600 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोपः जमीन घोटाले मामले में कात्याल और एके इंफोसिस्टम भी ईडी और सीबीआई की जांच के दायरे में हैं. नौकरी के बदले जमीन मामले में पूर्व रेल मंत्री लालू यादव, पत्नी राबड़ी देवी और बिहार के सीएम तेजस्वी यादव के खिलाफ 600 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप है. इस मामले पर तीनों पर आरोप पत्र भी दायर किया जा चुका है. फिलहाल लालू यादव, तेजस्वी और राबड़ी देवी जमानत पर है.
क्या है लैंड फॉर जॉब मामलाः नौकरी के बदले जमीन घोटाला करीब 14 साल पुराना है. तब लालू यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे. रेल मंत्री रहते हुए लालू पर जमीन के बदले ग्रुप डी अभ्यर्थियों को रेलवे में नौकरी देने का आरोप लगा था. इस मामले में सीबीआई ने 18 मई 2022 को केस दर्ज किया था. एफआईआर के मुताबिक, इस पूरे खेल में ग्रुप डी पदों पर स्थानापन्न उम्मीदवारों की भर्ती की गई थी. लेकिन जब जमीन का सौदा हुआ तो उन्हें नियमित कर दिया गया. सीबीआई के मुताबिक रेलवे में भर्ती के लिए न तो कोई विज्ञापन जारी किया गया और न ही कोई नोटिफिकेशन जारी किया गया.