लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर शनिवार को जेवर एयरपोर्ट (Jewar airport) से संबंधित दो महत्वपूर्ण एग्रीमेंट किए गए. प्रदेश के नागरिक उड्डयन विभाग और नोएडा इन्टरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (NIAL) के बीच नोएडा इन्टरनेशनल एयरपोर्ट, जेवर के लिए 1334 हेक्टेयर भूमि का लीज एग्रीमेंट हुआ है. इसके साथ ही ज्यूरिख एयरपोर्ट इन्टरनेशनल (Zurich Airport International), यमुना इन्टरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड और नोएडा इन्टरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (YIAPL) के मध्य जेवर एयरपोर्ट के लिए शेयर होल्डर्स ने एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर किए.
शनिवार को एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि राज्य सरकार द्वारा जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे, के लिए 90 साल की लीज पर 1,334 हेक्टेयर जमीन देने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है.
मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित कार्यक्रम में योगी आदित्यनाथ ने कोरोना महामारी के बीच भी जेवर हवाई अड्डे के कार्य समयबद्ध तरीके से किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की. उन्होंने कहा कि यह हवाई अड्डा न केवल उत्तर प्रदेश के विकास में मील का पत्थर साबित होगा, बल्कि देश में हवाई संपर्क को सार्वभौमिक और विश्वस्तरीय बनाने को एक नया आयाम भी देगा.
योगी ने कहा कि पिछले चार वर्षों में उत्तर प्रदेश में नागरिक उड्डयन के क्षेत्र में काफी विकास हुआ है. उन्होंने कहा, '2017 में राज्य में केवल चार हवाई अड्डे थे, जिनमें से केवल लखनऊ और वाराणसी नियमित थे, जबकि गोरखपुर और आगरा में कम उड़ानें होती थीं. आज, हमारे पास राज्य में आठ पूर्ण हवाई अड्डे हैं.'
कई लाख लोगों को मिलेगा रोजगार : योगी
योगी ने कहा कि जेवर हवाई अड्डे की स्थापना से कई लाख लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्राप्त होगा और राज्य सरकार द्वारा इसके विकास के लिए विकासकर्ता को पूर्ण सहयोग प्रदान किया जाएगा. मुख्यमंत्री ने कहा कि जेवर हवाई अड्डा राज्य के भविष्य की संभावनाओं को आगे बढ़ाने का एक बड़ा माध्यम है, जो उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को काफी ऊंचाई पर ले जाने में मदद करेगा.'
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