नई दिल्ली : राजद सुप्रीमो लालू यादव ने जातीय जनगणना का समर्थन किया है. उन्होंने कहा कि जब मैं सांसद था तो मैंने अन्य लोगों के साथ मिलकर लोकसभा में जातीय जनगणना के लिए लड़ाई लड़ी थी.लालू ने कहा कि स्वर्गीय अरुण जेटली ने हम लोगों को लिखित आश्वासन दिया था और हम इसे लेकर आशान्वित थे.
राजद सुप्रीमो ने कहा कि कमजोर वर्ग की जनसंख्या और आर्थिक स्थिति को समझने के लिए जातीय जनगणना की जानी चाहिए. उम्मीद है की केंद्र सरकार जातीय जनगणना कराएगी. इसमें जात-पात का कोई सवाल नहीं है. अगर जातियों के आंकड़े आते हैं तो इससे सरकार को नीतियां और बजट बनाने में मदद मिलेगी.
बता दें आज लालू यादव आज रूटीन चेकअप के लिए दिल्ली के एम्स अस्पताल पहुंचे थे, जिसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की.
गौरतलब है कि जातीय जनगणना की मांग देश में जोर शोर से उठ रही है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ बिहार के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से इस मुद्दे पर मुलाकात की है. इसमें नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सहित दस दलों के 11 नेता थे.
जातीय जनगणना का लालू ने किया समर्थन इन नेताओं का कहना है कि जातीय जनगणना से सरकारी योजनाओं का लाभ गरीबों तक पहुंचेगा, उनका विकास होगा. कमजोर वर्ग की जातियों की वास्तविक संख्या के आधार पर विकास कार्यक्रम बनाने में मदद मिलेगी.
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वहीं, भाजपा जातीय जनगणना के पक्ष में नहीं दिख रही है. भाजपा का कहना है कि जातीय जनगणना से समाज में तनाव होगा. केंद्र सरकार हर वर्ग के लोगों का विशेष ख्याल रख रही है. वैसे जातीय जनगणना कराने का निर्णय केंद्र सरकार को लेना है. अब देखना बाकी है कि केंद्र सरकार इस पर क्या निर्णय लेती है?