पटना:अक्सर अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहने वाले आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव (RJD President Lalu Yadav) के बड़े बेटे और आरजेडी नेता तेजप्रताप यादव (RJD Leader Tej Pratap Yadav) ने एक बार फिर धमाकेदार ट्वीट किया है. इस ट्वीट के जरिए उन्होंने लालू परिवार के वफादार कहे जाने वाले पूर्व विधायक और आरजेडी नेता भोला यादव (RJD Leader Bhola Yadav) पर निशाना साधा है. बिना नाम लिए उन्होंने मांग की है कि उनको फौरन पार्टी से बाहर किया जाए. उनका आरोप है कि पिताजी को अस्पताल में श्रीमद भगवत गीता का पाठ करने एवं सुनने से रोक दिया गया.
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'लालू के हनुमान' पर तेजप्रताप गरम: समस्तीपुर के हसनपुर से राष्ट्रीय जनता दल के विधायक तेजप्रताप यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, "पापा को परिवार और बिहार की जनता की जरूरत है ना कि चापलूसों की. कुछ बाहरवाले लोग खुद को मुँह मिया मिठ्ठू बता रहे है, भोला भाला बन पिताजी की सेवा का दिखावा कर रहा. ऐसे कपटी और पाखंडी को जल्द बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा."
गीता का पाठ करने और सुनने से रोका: तेजप्रताप यादव ने अपने एक अन्य ट्वीट में लिखा, "पिताजी को अस्पताल में श्रीमद भगवत गीता का पाठ करने एवं सुनने से रोक दिया गया, जबकि पिताजी को गीता पाठ पढ़ना एवं सुनना काफी पसंद है. गीता पाठ से रोकने वाले वाले उस अज्ञानी को ये नही पता कि इस महापाप की कीमत उसे इसी जन्म में चुकानी होगी."
पिता के लिए राजनीति छोड़ दूंगा: अभी 8 जुलाई को ही उन्होंने पिता की बीमारी से दुखी होकर बेहद भावुक ट्वीट किया था और कहा था कि उन्हें पिता के अलावा कुछ नहीं चाहिए. अपने ट्वीट में लिखा, "पिताजी आप जल्द स्वस्थ हो कर घर आ जाइये......आप है तो सब है...... प्रभु मैं आपकी शरण मे हु,तब तक रहूंगा जब तक पापा घर नही आ जाते...मुझे बस पापा चाहिए और कुछ भी नही...ना राजनीति और ना कुछ और... बस मेरे पापा और सिर्फ पापा..."
कौन हैं भोला यादव?:दरअसल भोला यादव लालू यादव के बेहद करीबी हैं. 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में वह बहादुरपुर सीट विधायक चुने गए थे. हालांकि हालिया 2020 चुनाव में वे हायाघाट सीट से चुनाव हार गए हैं. उनको लालू का हनुमान कहा जाता है और तेजस्वी के भी काफी नजदीकी माने जाते हैं. लालू की बीमारी से लेकर जेल और कोर्ट-कचहरी हर जगह वो साया की तरह उनके साथ रहते हैं. अभी हाल में पारस अस्पताल से लेकर दिल्ली एम्स तक उनके साथ हैं. बताया जाता है कि लालू यादव से मुलाकात के लिए जब भी कोई खास लोग एम्स पहुंचते हैं तो भोला यादव ही उन्हें रिसीव करते हैं और लालू यादव से मिलवाते हैं.
जगदानंद-संजय और सुनील निशाने पर: हालांकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि पार्टी और लालू परिवार के करीबी नेताओं पर तेज प्रताप ने हमला बोला हो. इससे पहले भी तेजप्रताप के निशाने पर प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह, तेजस्वी यादव के राजनीतिक सलाहकार संजय यादव और एमएलसी सुनील कुमार सिंह भी रहे हैं.
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