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लालू के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने RJD छोड़ बना लिया अलग संगठन : शिवानंद तिवारी - तेजस्वी यादव

पिछले कुछ समय से अपने बयानों से आरजेडी (RJD) के लिए मुश्किलें खड़ी करने वाले तेज प्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) को लेकर शिवानंद तिवारी (Shivanand Tiwari) ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि अब तेज प्रताप पार्टी में नहीं हैं.

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Published : Oct 6, 2021, 9:07 PM IST

पटना :आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बड़े बेटे और हसनपुर से विधायकतेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) अब आरजेडी (RJD) में नहीं हैं. दरअसल, ये बड़ा बयान पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी (Shivanand Tiwari) ने दिया है. उन्होंने कहा कि अब तेज प्रताप हमारे साथ नहीं हैं.

हाजीपुर दौरे पर आए आरजेडी उपाध्यक्ष शिवानंद तिवारी ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि तेज प्रताप यादव अब आरजेडी में नहीं हैं. उन्होंने खुद ही अपने आपको पार्टी से अलग कर लिया है, लिहाजा उन्हें निष्कासित करने की कोई जरूरत नहीं है.

तेज प्रताप यादव को लेकर शिवानंद तिवारी ने दिया बड़ा बयान.

"तेजप्रताप पार्टी में कहां हैं. पार्टी से अलग उन्होंने एक नया संगठन बनाया है. पार्टी में नहीं हैं वो अब. निष्कासित करने की क्या जरूरत है, वो खुद ही निष्कासित हो चुके हैं. उन्होंने जो संगठन बनाया है, उसमें उन्होंने लालटेन का सिम्बल लगाया था, जिसके बाद पार्टी ने उन्हें मना कर दिया था"- शिवानंद तिवारी, उपाध्यक्ष, आरजेडी

वहीं, लालू यादव को दिल्ली में बंधक बनाकर रखने के तेज प्रताप के सनसनीखेज आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मंगलवार को पार्टी के प्रशिक्षण शिविर को संबोधित करते हुए इस बारे में सारी चीजें स्पष्ट कर दी है. ऐसे में अब इसको लेकर किसी तरह के सवाल-जवाब का कोई मतलब नहीं है.

वहीं एलजेपी में हुई टूट पर उन्होंने कहा कि रामविलास पासवान के असली वारिस तो चिराग पासवान (Chirag Paswan) ही हैं. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस को गलतफहमी हो गई है कि एलजेपी उनकी है, जबकि एलजेपी के कार्यकर्ता और समर्थक सभी चिराग को ही अपना नेता मानते हैं.

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इस दौरान शिवानंद तिवारी ने कन्हैया कुमार के कांग्रेस में जाने को लेकर मजाक उड़ाया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को बचाने की ऐतिहासिक जवाबदेही निभाने कांग्रेस में गए हैं, उन्हें बधाई. वहीं बिहार में हो रहे उपचुनाव को लेकर आरजेडी और कांग्रेस की बीच शुरू हुई तकरार पर उन्होंने कहा कि पिछले विधानसभा चुनाव में महागठबंधन की 70 सीटों पर कांग्रेस लड़ी क्या हुआ ? उत्तरप्रदेश में कांग्रेस ने अखिलेश को डुबाया. बिहार, उत्तरप्रदेश, बंगाल और तामिलनाडु जैसे प्रदेशों में कांग्रेस ड्राइविंग सीट चाहती है तो कहा जाएगा.

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