चंडीगढ़ :कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे संघर्ष में, भारतीय किसान यूनियन उग्राहन और पंजाब कृषि मजदूर यूनियन द्वारा आज बरनाला में दाना मंडी में किसान मजदूर एकता महारैली का आयोजन किया गया. पूरे पंजाब में लाखों किसान, महिलाएं, युवा, मजदूर और हर वर्ग के लोग इस कार्यक्रम में शामिल हुए.
रैली में लगभग 2 लाख लोग शामिल हुए
भारतीय किसान यूनियन उग्राहन के नेताओं ने कहा कि पंजाब भर से लगभग दो लाख लोग रैली में शामिल हुए थे. इसलिए, केंद्र सरकार को यह महसूस करना चाहिए कि कृषि कानूनों को लेकर सरकार के खिलाफ किसानों में बहुत आक्रोश है.
रैली में कई बड़े ऐलान
रैली के मंच से किसान संगठनों द्वारा 23-27 फरवरी की कार्यकर्मों की एक श्रृंखला की घोषणा की गई है, जिसमें किसान मोर्चा ने 23 फरवरी को शहीद भगत सिंह के चाचा अजीत सिंह का जन्मदिन मनाने और 'पगड़ी संभाल दिवस' और 24 फरवरी को 'दमन विरोधी दिवस' के रूप में मनाने की घोषणा की है.
इसके अलावा किसानों ने 26 फरवरी को युवा किसान दिवस (युवा किसान दिवस) और 27 फरवरी को किसान एकता दिवस (किसान-मजदूर एकता दिवस) के रूप में मनाने का एलान किया है. नेताओं ने कहा कि केंद्र सरकार को इन कृषि कानूनों को हर कीमत पर वापस लेना होगा, इस तरह की रैलियों से केंद्र सरकार पर बहुत दबाव पड़ेगा.
दिल्ली पुलिस या किसी अदालत में होंगे पेश
दिल्ली पुलिस द्वारा जारी की गई तस्वीरों पर प्रतिक्रिया देते हुए, पंजाब किसान यूनियन के अध्यक्ष रुल्दु सिंह मनसा ने कहा कि उन्होंने 26 जनवरी को लाल किले का दौरा नहीं किया था. उन्हें मामले में झूठा फंसाया जा रहा है. उन्होंने कहा कि वह दिल्ली पुलिस या किसी अदालत के सामने पेश नहीं होंगे.