नई दिल्ली : जानेमाने चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने कहा है कि लखीमपुर खीरी मामले से कांग्रेस की अगुवाई में विपक्ष के उठ खड़े होने की उम्मीद लगा रहे लोगों को निराशा हो सकती है क्योंकि देश की सबसे पुरानी पार्टी से जुड़ी समस्याओं का कोई त्वरित समाधान नहीं हैं. इस पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर विकल्प के मुद्दे का कोई त्वरित समाधान नहीं हो सकता.
किशोर की टिप्पणी पर बिना नाम लिए पलटवार करते हुए बघेल ने ट्वीट किया, 'कांग्रेस के उन पदाधिकारियों को अपने पाले में मिलाने के आधार पर राष्ट्रीय विकल्प बनने की उम्मीद कर रहे लोग को घोर निराशा होने वाली है जो अपनी सीट भी नहीं जीत सकते. दुर्भाग्य से राष्ट्रीय विकल्प बनने के लिए गहरे और सतत प्रयासों की जरूरत है तथा इसका कोई त्वरित समाधान नहीं है.'
प्रशांत किशोर (पीके) को लेकर पलटवार करते हुए शुक्रवार को कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने पीके की टिप्पणी को ज्यादा तवज्जो नहीं देने का प्रयास किया. हालांकि, सुरजेवाला ने यह भी कहा कि राजनीति में जनता जिसे चाहेगी, वह आगे बढ़ेगा तथा इस समय राहुल गांधी और प्रियंका गांधी जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं.
सुरजेवाला ने संवाददाताओं से कहा, 'मैं किसी कंसल्टेंट की टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दूंगा....राजनीति में सबको आगे बढ़ने का अधिकार है. जनता जिसे चाहेगी, वही आगे बढ़ेगा. जमीन पर जनता की लड़ाई राहुल गांधी और प्रियंका गांधी लड़ रहे हैं.'
दिलचस्प है कि प्रशांत किशोर ने यह टिप्पणी उस वक्त की है जब कुछ हफ्ते पहले तक उनके कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं. उनकी इस टिप्पणी से ऐसा प्रतीत हो रहा है कि उनके फिलहाल कांग्रेस में शामिल होने की संभावना धूमिल हो गई हैं.