लखनऊ : लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है और उनसे पूछताछ की जा रही है. पुलिस ने हिंसा स्थल से गोली का खोका बरामद किया हैं.
वहीं लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुए नवजोत सिंह सिद्धू के काफिले को सहारनपुर में रोक दिया गया है. रोके जाने पर उन्होंने पुलिस से कहा, आप केंद्रीय मंत्री और उनके बेटे के खिलाफ कुछ नहीं करेंगे लेकिन हमें पीड़ित परिवारों का दुख बांटने से रोकेंगे.
इसके पहले उन्होंने कहा था, अगर गिरफ्तारी नहीं हुई या वह (मंत्री टेनी के बेटे) कल तक जांच में शामिल नहीं हुए, तो मैं भूख हड़ताल पर बैठूंगा.
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी और राष्ट्रीय महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी लखीमपुर से गुरुवार सुबह लखनऊ वापस लौटे. कौल हाउस पर राहुल और प्रियंका गांधी मौजूद हैं. बता दें कि कुछ देर आराम करने के बाद राहुल गांधी दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगे जबकि प्रियंका गांधी बहराइच में एक किसान परिवार से मुलाकात करने जाएंगी.
वहीं, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव विक्रमादित्य मार्ग स्थित अपने आवास से लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हो गए हैं. अखिलेश यादव लखीमपुर खीरी में किसान आंदोलन के दौरान मरने वाले किसानों के परिजनों से मुलाकात करेंगे. साथ ही इस घटना के दौरान मृतक पत्रकार के परिजनों से भी पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मुलाकात करेंगे और उन्हें सांत्वना देंगे.
संजय राउत ने भी मामले को लेकर सवाल किया कि लखीमपुर मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है. उन्होंने कहा, इसमें मरने वालों को न्याय मिलेगा. क्या जानकारी छिपा रही है केंद्र सरकार? शिवसेना सांसद संजय राउत ने सवाल किया है कि आरोपियों की पहचान होने के बावजूद उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया.
बता दें कि प्रियंका गांधी पिछले चार दिनों से लगातार किसान परिवारों से मिलने के लिए संघर्ष कर रही थीं. इस संघर्ष के दौरान उन्हें हिरासत में भी लिया गया, अरेस्ट भी किया गया. उन्होंने उपवास भी किया, अनशन भी किया, झाड़ू लगाकर श्रमदान भी किया. इसके बाद भी पुलिस उन्हें छोड़ने को तैयार नहीं थी, लेकिन जब दिल्ली से राहुल गांधी ने तय कर लिया कि उन्हें सीतापुर में प्रियंका गांधी से मिलना है और उन्हें साथ में लेकर लखीमपुर में पीड़ित किसान परिवारों से मुलाकात करनी है. इसके बाद सरकार और प्रशासन में खलबली मच गई. आनन-फानन में राहुल गांधी को मिलने की अनुमति दी गई उधर प्रियंका गांधी को रिहा किया गया. राहुल और प्रियंका सीतापुर में मिले. इसके बाद वह लखीमपुर में पीड़ित किसान परिवारों से मिलने पहुंचे. इस दौरान उनके साथ पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी मौजूद रहे.