कोरबा:बेबी एलीफेंट के हत्या में एक नया मोड़ आया है. कटघोरा वन मंडल के ग्रामीण क्षेत्र में एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक स्थानीय जनप्रतिनिधि हाथियों को मारने या खुद मर जाने की बात कहते हुए सुना जा सकता है. इसके बाद वन अमला हरकत में आ गया है. शनिवार को बेबी एलीफेंट की हत्या के आरोप में 12 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जिसमें से 11 लोगों को न्यायिक रिमांड पर भेजा जा रहा है. इन लोगों के खिलाफ पुलिसिया कार्रवाई की भी बात कही है. वन विभाग का दावा है कि जिस ग्रामीण की आवाज वायरल वीडियो में सुनाई दे रही है. वही बेबी एलीफेंट की हत्या का मास्टर माइंड है. जो कि फिलहाल चकमा देकर फरार हो गया है, लेकिन जल्द ही पकड़ में आ जाएगा.
कोरबा में बेबी हाथी की हत्या यह भी पढ़ें:Elephant Human Conflict: कोरबा में हाथियों ने बच्चे की मौत का इस तरह लिया बदला
ये है पूरा मामला:कटघोरा वनमण्डल के पसान रेंज के ग्राम बनिया में नन्हे शावक हाथी की संदिग्ध मौत हुई थी. जिस पर वन विभाग के कर्मी द्वारा बनाया गया एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें हाथी की मौत को लेकर बनिया गांव के एक जनपद सदस्य के द्वारा यह कहा जा रहा है कि "किसी आदमी की हाथी द्वारा मार दिए जाने पर विभाग द्वारा 5 लाख दिया जाता है. तो हम अगर हाथी को मारते है तो हम सभी गांव से चंदा कर विभाग को 8 लाख देंगे". इस वीडियो के वायरल होने के बाद विभाग में हलचल बढ़ गई है.
बेबी हाथी की हत्या मामले में आरोपी गिरफ्तार दरअसल पसान रेंज के बनिया गांव में एक दिन पहले लगभग 2 वर्ष के नन्हे शावक हाथी की खेत में दफन लाश मिलने से वन विभाग में सनसनी फैल गई थी. हांथी को गांव के लोगों द्वारा मार कर दफन किये जाने की संभावना है. वायरल वीडियो के सामने आने के बाद इन संभावनाओं को बल मिल रहा है. वन विभाग के अधिकारी भी कह रहे हैं कि ग्रामीणों ने हाथी को मारकर दफनाया है ग्रामीणों ने अपना गुनाह कबूल भी किया है.
दफनाकर उसके ऊपर फसल की कर दी थी बुवाई: वन विभाग से मिली सूचना के अनुसार जिस स्थान पर हाथी को दफनाया गया था. वहां हाथी बेबी एलीफेंट के शव को दफनाने के बाद ऊपर चालाकी से फसल की बुवाई कर दी गई थी ताकि जमीन समतल लगे और किसी को भनक ना लगे. जैसे ही वन विभाग को इस बात की सूचना मिली. बिलासपुर से विशेषज्ञों की निगरानी में जमीन खोदकर बेबी एलीफेंट के शव को बाहर निकाला गया. तब यह भी पता चला कि इसके इर्द-गिर्द शव को गलाने के लिए नमक का भी छिड़काव किया गया था. जिस जमीन पर शव दफनाया गया. वह बंजर भूमि है. लेकिन वहां जब फसल की बुवाई की गई, तब स्थानीय लोगों के साथ ही सूचना पाकर वनकर्मियों को भी संदेह हुआ. इस वजह से भी पूरा राज खुला.
वन कर्मी ने ही बनाया था वीडियो :वन विभाग के ही एक फारेस्ट गार्ड द्वारा बनिया गांव के एक जनपद सदस्य की चोरी से बताए जा रहे वाकये को अपने मोबाइल में कैद कर लिया था. जिसमें हाथी की मौत को लेकर वन विभाग को चेताया जा रहा है. अब इस वाकये का वीडियो वायरल होने के बाद उक्त जनप्रतिनिधि का गांव से फरार होना बताया जा रहा है.
फॉरेंसिक जांच के लिए बिसरा भेजा गया हैदराबाद:बेबी एलीफेंट की मौत कैसे हुई यह अभी भी रहस्य बना हुआ है. वन विभाग के एसडीओ संजय त्रिपाठी ने बताया कि "वायरल वीडियो के आधार पर यह कहना गलत नहीं होगा कि हाथी की हत्या की गई है. वायरल वीडियो में जिस व्यक्ति कुंवर सिंह की आवाज है. उसके साथ मिलकर ग्रामीणों ने शावक हाथी की हत्या की वारदात को अंजाम दिया है. 11 लोगों को जेल भेजा जा रहा है. मौत की जांच के लिए शव का बिसरा हैदराबाद भेजा गया है. पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के कारण का खुलासा होगा. मुख्य आरोपी फरार है, जिसे जल्द गिरफ्तार किया जाएगा".