कोलकाता : कोलकाता पुलिस को नुसरत जहां की संस्था पर लगे आरोपों के समर्थन में प्रथम दृष्टया सबूत मिले हैं. इससे पहले बुधवार को कोलकाता प्रेस क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस में सांसद ने दावा किया कि उन पर लगाए गए आरोप झूठे हैं. इससे पहले सोमवार को बीजेपी नेता शंकुदेव पांडा ने ईडी दफ्तर का दौरा किया था उन्होंने सांसद नुसरत जहां के खिलाफ वित्तीय धोखाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई है.
इसी बीच 2022 में नुसरत के खिलाफ गरियाहाट थाने में फ्लैट करप्शन के आरोप में केस दर्ज किया गया. बाद में उनके खिलाफ अलीपुर कोर्ट में केस दायर किया गया. मामले में कोर्ट ने पूरी घटना की सच्चाई जांचने का जिम्मा कोलकाता पुलिस के चीफ डिटेक्टिव को दिया. कोर्ट ने अपनी निगरानी में जांच कराते हुए रिपोर्ट सौंपने का भी आदेश दिया.
कोलकाता पुलिस के चीफ डिटेक्टिव ने इस घटना के संदिग्ध से लेकर आरोपियों की एक सूची बनाई. उन लोगों से पूछताछ की गई. उनके बयान भी दर्ज किए गए. पुलिस मुख्यालय, लालबाजार सूत्रों के मुताबिक, बयान में लगभग सभी आरोपियों ने पैसे लेने की बात स्वीकार की है. संदिग्धों ने यह भी स्वीकार किया है कि पैसे लेने के बावजूद वरिष्ठ नागरिकों को फ्लैट उपलब्ध नहीं कराये गये.