कोलकाता :बहुचर्चित 'खेला होबे' नारा 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनावों में तृणमूल कांग्रेस के लिए पहले ही एक सफल पारी खेल चुका है. यह बिल्कुल स्वाभाविक था कि इस नारे पर कोई न कोई सामुदायिक पूजा समिति का पंडाल जरूर बनेगा.
दरअसल, मुख्यमंत्री के पड़ोस में सामुदायिक क्लब भबनीपुर दुर्गोत्सव समिति अब इस विचार के साथ आगे आई है. इस पूजा के मुख्य संरक्षक संदीप रंजन बख्शी हैं, जो तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पश्चिम बंगाल में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी के छोटे भाई हैं.
हालांकि पूजा के आयोजक अच्छी तरह जानते हैं कि कई लोग इस राजनीतिक नारे को धार्मिक उत्सव के साथ मिलाने के विचार को पसंद नहीं करेंगे. इसलिए वे सतर्क हैं. उनके मुताबिक इस पहल से खेलों को लोकप्रिय बनाने का प्रयास किया जाएगा.
एक आयोजक ने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य समाज में सकारात्मक पक्ष और खेलों की आवश्यकता को उजागर करना है. उदाहरण के लिए पंडाल प्रदर्शित करेगा कि पारंपरिक रूप से प्रतिद्वंद्वी फुटबॉल क्लब, मोहन बागान और पूर्वी बंगाल के समर्थक प्रतिद्वंद्विता पर काबू पा चुके हैं और संयुक्त रूप से दुर्गा पूजा में भाग ले रहे हैं. पंडाल प्रदर्शित करेगा कि कैसे समर्थक अपनी पसंदीदा टीमों की जर्सी पहनकर देवी दुर्गा की मूर्ति को संयुक्त रूप से पंडाल में ला रहे हैं.
पंडाल का मुख्य आकर्षण ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा की प्रतिकृति होगी. उनकी प्रतिकृति को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह ऐसा एहसास देगा जैसे कि वह देवी दुर्गा और उनके परिवार के सदस्यों को भाला से ले जा रहे हैं. इसमें क्रिकेट और तैराकी जैसे अन्य खेलों की तस्वीरें और थीम होंगी.