कोल्हापुर : महाराष्ट्र का कोल्हापुर जिला कोल्हापुरी चप्पल के देश-दुनिया में जाता है, लेकिन अब एक और उद्यम इससे जुट गया है. आपको जानकर हैरानी होगी कि यहां बांस से मोजे बनाए जाते हैं, लेकिन यह सच है. कोल्हापुर के एक उद्यमी ने बांस से मोजे बनाने का व्यवसाय शुरू किया है. खास बात यह है कि इस मोजे की काफी डिमांड है. दरअसल, कोल्हापुर में रहने वाले नवीन कुमार माली पिछले कुछ वर्षों से कपड़ा उद्योग में काम कर रहे हैं. वह पहले एक मल्टीनेशनल कंपनी में काम करते थे. लेकिन उन्होंने नौकरी छोड़ दी और गोकुल शिरगांव में बांस से विभिन्न वस्तुओं को बनाने का व्यवसाय शुरू किया. काम के सिलसिले में विदेश यात्रा के दौरान, उन्होंने ताइवान में बांस के मोजे के बारे में जाना और उनके दिमाग में यह आडिया क्लिक कर गया.
फिर उन्होंने कोल्हापुर में यह व्यवसाय शुरू करने को सोचा. आखिरकार उनकी मेहनत और लगन रंग लाई तथा उन्होंने कोल्हापुर के इचलकरंजी में बांस से मोजे बनाने का कारोबार शुरू किया. प्रायोगिक तौर पर शुरू हुआ यह कारोबार अब रफ्तार पकड़ रहा है. नवीन ने बांस से बनने वाले मोजे का नाम 'बैंबू बी प्लस' रखा है.
नवीन माली के अनुसार, बांस को शुरू में प्रॉसेस्ड किया जाता है और फिर उसे कुचला जाता है. फिर उससे धागे बनाए जाते हैं और अलग-अलग रंग दिए जाते हैं. अब इन धागों से मोजे के कपड़ों की बुनाई की जाती है. इसके लिए वह तमिलनाडु के एक प्रोफेशनल से ये धागे बनवाते हैं. बाद में इचलकरंजी की फैक्ट्री में बुनाई का काम शुरू होता है. इसके लिए उन्होंने ताइवान से अत्याधुनिक उपकरण मंगाए हैं और इसमें ज्यादा श्रम की जरूरत नहीं है. उनका कहना है कि उनके मोजे की काफी डिमांड है.