नई दिल्ली/ लंदन :कांग्रेस सांसद राहुल गांधी (Congress MP Rahul Gandhi) ने कैंब्रिज में दिए अपने व्याख्यान से इतर कहा कि भारत को चीन से सतर्क रहने की जरूरत है. कैंब्रिज में उन्होंने चीन को शांतिप्रिय देश कहा था. इंडियन जर्नलिस्ट एसोसिएशन (आईजेए) के कार्यक्रम में राहुल ने यह बातें कहीं. एक बार फिर राहुल गांधी ने मोदी सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि देश का अपमान मैं नहीं बल्कि पीएम मोदी खुद करते हैं. राहुल ने आरोप लगाया कि जो लोग पीएम मोदी या उनकी सरकार को लेकर सवाल उठाते हैं, उन पर हमला किया जाता है.
राहुल गांधी ने कहा कि भारत में हर जगह आवाज दबाई जा रही है, इसका उदाहरण बीबीसी की डॉक्यूमेंट्री है. उन्होंने कहा कि यदि बीबीसी के द्वारा सरकार के खिलाफ खबरें करने को बंद कर दे तो उसके खिलाफ मामले खत्म हो जाएंगे. राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी की चीन को लेकर नीति एकदम स्पष्ट है. हमको यह बिल्कुल भी मंजूर नहीं है कि कोई भी हमारे देश की भूमि में प्रवेश करे. राहुल ने कहा कि चीन हमारी भूमि पर घुसा और उसने हमारे सैनिकों को मार दिया, इसके बाद भी पीएम मोदी इसको नहीं मानते हैं. उन्होंने कहा कि चीन की तरफ से हमें दी जाने वाली धमकी को समझते हुए उसको लेकर प्रतिक्रिया भी देनी चाहिए. इस मामले पर मैंने विदेश मंत्री एस जयशंकर से बात की थी, लेकिन वह मेरे बिंदु को समझना नहीं चाहते हैं.
उन्होंने कहा कि पिछली बार पीएम मोदी ने विदेश में घोषणा की थी कि आजादी के 70 साल में कुछ भी नहीं हुआ. इस दौरान उन्होंने एक दशक खो देने की बात कही थी.भारत में काफी भ्रष्टाचार है. राहुल ने कहा कि मैंने कभी भारत का अपमान नहीं किया और न कभी मैं ऐसा करूंगा. राहुल ने सवाल किया कि पीएम मोदी जब कहते हैं कि 70 वर्षों में कुछ भी नहीं हुआ तो क्या यह हर इंडियन का अपमान नहीं है?
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राहुल गांधी ने कहा कि जिन लोगों के द्वारा पीएम मोदी या उनकी सरकार को लेकर सवाल उठाते हैं, उन पर हमला किया जाता है. उन्होंने प्रधानमंत्री के उम्मीदवार के सवाल पर कहा कि मेरा पीएम उम्मीदवार होना चर्चा का विषय नहीं है. बल्कि विपक्ष का मुख्य आइडिया भाजपा और आरएसएस को पराजित करना है. पीएम मोदी की शैली को लेकर अपनी असहमति जताते हुए राहुल ने कहा कि एक व्यक्ति सभी समस्याओं को हल करता है यह आइडिया बिल्कुल सतही हैं. क्योंकि लोगों से बात करने से समस्याएं हल हो जाती हैं. उन्होंने कहा कि इसके लिए हितधारकों और सरकार के बीच में बातचीत होनी जरूरी है. मैं नरेंद्र मोदी शैली से सहमत नहीं हूं जो चीजों के लिए जादू की छड़ी को लेकर इधर-उधर भागता है.
इसी क्रम में कांग्रेस नेता ने कहा कि अमेरिका के अलावा दुनिया के अन्य लोकतांत्रिक देश यह नोटिस कर पाने में विफल रहे हैं कि भारत का लोकतंत्र खतरे में है. उन्होने कहा कि भारत में हम भाजपा और आरएसएस के खिलाफ लड़ रहे हैं. इन दोनों ने देश के समस्त सरकारी संस्थाओं पर कब्जा कर रखा है. लंदन में संस्थाएं स्वतंत्र हैं और यहां दो पार्टियां आपस में भिड़ती हैं, लेकिन भारत में विपक्ष भाजपा के अलावा आरएसएस के साथ-साथ सरकारी संस्थाओं से भी मुकाबला कर रहा है.
राहुल गांधी ने कहा कि भाजपा चाहती है कि भारत में आदिवासी, दलित और मीडिया के अलावा बाकी लोग शांत रहे. इस वजह वह चाहते हैं जिससे भारत में जो कुछ भी है उसे वो ले सकें और अपने चार-पांच करीबियों को सौंप सकें. कांग्रेस ने कहा कि भारत की विदेश नीति से सहमत हूं लेकिन प्रधानमंत्री कहते हैं कि भारत की भूमि पर कोई नहीं घुसा. हमारी एक इंच भी भूमि किसी के द्वारा नहीं ली गई है, लेकिन भारत और चीन को सतर्क रहने की आवश्यकता है.
जानिए अडाणी समूह को लेकर राहुल गांधी ने क्या कहा-राहुल गांधी ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि अडाणी समूह को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि गौतम अडाणी तीन साल में 609वें अमीर व्यक्ति से दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति बन गए थे. और उनके पीएम मोदी के साथ अच्छे संबंध हैं. उन्होंने कश्मीर में मिले 50 लाख टन लिथियम के भंडार और नीलामी को लेकर सवाल पर पूछे सवाल पर अडाणी समूह की ओर इशारा किया. इतना ही नहीं राहुल गांधी ने कहा कि मैं कह सकता हूं कि अडाणी हर उस नीलामी में जीतते दिखते हैं जिसमें वे हिस्सा लेते हैं. उनको किसी व्यवसाय में एंट्री लेने के लिए अनुभव की आवश्यकता नहीं है. इस वजह से मैं भविष्यवाणी कर सकता हूं कि अडाणी को वह लिथियम का भंडार मिल सकता है.
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