नई दिल्ली :शॉर्ट-सेलर यूएस इन्वेस्टमेंट ग्रुप हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट के बाद अडाणी समूह को लेकर विपक्ष सरकार पर निशाना साध रहा है. जेपीसी जांच की मांग कर रहा है. इस सबके बीच मंगलवार का दिन अडाणी समूह के लिए अच्छा रहा. अडाणी की प्रमुख फर्म के शेयरों में मंगलवार को एक समय 25 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हुई.
घरेलू शेयर बाजारों में गिरावट मंगलवार को लगातार दूसरे दिन जारी रही और बीएसई सेंसेक्स 220 अंक से अधिक के नुकसान के साथ बंद हुआ. लेकिन अडाणी समूह की प्रमुख कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज में गिरावट का रुख मंगलवार को पलट गया और इसमें 14.63 प्रतिशत की तेजी आई. कारोबार के दौरान यह ऊपरी सर्किट पर पहुंच गया था.
दरअसल ग्रुप ने बाजार में उथल पुथल को देखते हुए और अडाणी ग्रुप की लिस्टेड कंपनियों में लिवरेज को कम करने की प्रतिबद्धता दिखाते हुए प्रमोटर्स ने सितंबर 2024 की मैच्योरिटी वाले गिरवी शेयरों का प्री-पेमेंट कर वापस लेने का फैसला किया है.
मीडिया में ये बात सामने आने के बाद कि अडाणी ग्रुप कुछ कंपनियों के गिरवी रखे शेयरों को छुड़ाने के लिए मैच्योरिटी से पहले ही 1.114 डॉलर यानी करीब 9185 करोड़ रुपये का प्रीपेमेंट करने का फैसला किया है.
इसके बाद कारोबार के अंत में समूह की कुल छह कंपनियों के शेयर मजबूती के साथ बंद हुए जबकि चार कंपनियों के शेयरों में गिरावट रही. इस तरह हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट आने के बाद के 10 कारोबारी दिनों में अडाणी समूह का बाजार मूल्यांकन करीब 9.2 लाख करोड़ रुपये घट चुका है. समूह की शीर्ष कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज का शेयर बीएसई पर 14.63 प्रतिशत उछलकर 1,802.50 रुपये के भाव पर पहुंच गया. वहीं अडाणी विल्मर का शेयर पांच प्रतिशत चढ़कर 399.40 रुपये पर पहुंच गया.
अडाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन का शेयर भी मामूली बढ़त के साथ 553.30 रुपये पर बंद हुआ. इसी तरह समूह की कंपनियों अंबुजा सीमेंट, एसीसी और एनडीटीवी के शेयर भी एक प्रतिशत से अधिक की बढ़त पर रहे. दूसरी तरफ समूह की चार कंपनियां नुकसान में रहीं. अडाणी पावर, अडाणी ग्रीन एनर्जी और अडाणी टोटल गैस के शेयर पांच-पांच प्रतिशत टूट गए जबकि अडाणी ट्रांसमिशन में 0.77 प्रतिशत का नुकसान रहा.
प्रीपेमेंट का असर :मैच्योरिटी वाले गिरवी शेयरों का प्री-पेमेंट कर वापस लेने के बाद अडाणी पोर्ट एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन्स के कुल 16.82 करोड़ शेयर या कंपनी की कुल शेयरों का 12 प्रतिशत, अडाणी ग्रीन के 2.75 करोड़ शेयर या कंपनी के कुल शेयरों का तीन प्रतिशत और अडाणी ट्रांसमिशन के 1.17 करोड़ शेयर या कंपनी के कुल शेयरों का 1.4 प्रतिशत हिस्सा प्रमोटर्स के पास वापस आ जाएगा.
फिच रेटिंग्स ने भी कहा-जोखिम नहीं : रेटिंग एजेंसी फिच ने मंगलवार को कहा कि शेयर बाजार में भारी गिरावट का सामना कर रही अडाणी समूह की कंपनियों को भारतीय बैंकों का कर्ज इतना अधिक नहीं है कि उनके ऋण पोर्टफोलियो के लिए कोई ठोस जोखिम पैदा हो.