चंडीगढ़ :लोगों को कोरोना के कहर से बचाने के लिए लगातार काम किया जा रहा है. देश के डॉक्टर, वैज्ञानिक और शोधकर्ता लगातार इस बीमारी की तोड़ खोजने में लगे हैं. ऐसे में कुछ दिन पहले डीआरडीओ की तरफ से एक अच्छी खबर आई. डीआरडीओ (Defence Research and Development Organisation) की बनाई 2-डीजी दवाई कोरोना मरीजों की जिंदगी बचाने में कारगार साबित हुई है.
कैसे काम करती है दवा?
ईटीवी भारत हरियाणा की टीम ने चंडीगढ़ पीजीआई की स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के प्रोफेसर सोनू गोयल से इस बारे में बात की. डॉक्टर सोनू गोयल ने बताया इस दवा का पूरा नाम 2-Deoxy-D-Glucose है. यह दवा छोटे-छोटे पैकेट्स में आई है, जिसे पानी में घोलकर लेना होगा.
'दवा करेगी संक्रमित कोशिकाओं पर सीधा हमला'
यह दवा मरीज की संक्रमित कोशिकाओं को पहचान कर उनमें ग्लूकोस की सप्लाई को बंद कर देगी. जिससे संक्रमित कोशिकाएं समाप्त हो जाएंगी और मरीज ठीक हो जाएगा, क्योंकि कोशिकाओं को ग्लूकोस के जरिए ही एनर्जी मिलती है. यह दवा ग्लूकोस की सप्लाई बंद कर कोशिकाओं को मिलने वाली एनर्जी चेन को खत्म कर देगी. यह दवा न सिर्फ संक्रमित कोशिकाओं को खत्म करेगी, बल्कि मरीजों के स्तर को भी सुधारने में मदद करेगी.